उदयपुर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) के संघटक विधि महाविद्यालय में मंगलवार को 07 दिवसीय जागरूकता एवं सर्तकता सप्ताह का ऑनलाइन आगाज करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने विधि के विद्यार्थियों से कहा इस महामारी को सदी की सबसे बडी त्रासदी बताते हुए कहा कि हमे कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी और इस महामारी का पूरी सतर्कता से मुकाबला करना होगा। इस वैश्विक महामारी के आलोक में पुननिर्माण की आवश्यकता है इससे निपटने के लिए राजनीति, समाज और नैतिक स्तर पर मुकाबला करना होगा।हमे अपने ज्ञान, इनोवेशन और ह्यूमन वैल्यूज के माध्यम से तेजी से बदलते ग्लोबल टेक्नोलोजिकल सीनारियों का सामना करना होगा। इसी बीच हमे नयी पद्धति को अपनाने की भी जरूरत है। प्राचार्य डॉ. कला मुणेत ने बताया की यूजीसी के निर्देशानुसार जागरूकता एवं सर्तकता सप्ताह के अन्तर्गत आज विधि के विद्यार्थियों ने कोविड-19 के प्रति सर्तकता, स्वच्छता व महिलाओं के कानून पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें बीए-एल.एल.बी., एल.एल.बी. व एल.एल.एम. के 250 प्रतिभागी मौजुद थे। डॉ. मीता चौधरी, प्रतीक जांगीड, कीर्ति डांगी, लोकेन्द्र सिंह, चिराग दवे सहित कार्यकर्ता मौजुद थे।