चित्तौडगढ। जिला परिषद के ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में शुक्रवार को ईवीएम एवं वीवीपेट की तैयारी के बारे में बेगूं, बडीसादडी, निम्बाहेडा, चित्तडगढ एवं कपासन विधानसभा क्षेत्र के ग्राउण्ड स्टॉफ को सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण प्रभारी एवं अतिरिक्त कलक्टर (भू.अ.) विनय पाठक ने कहा कि प्रशिक्षण अच्छी तरह लेते हैं, तो अपना कार्य भी अच्छी तरह कर पाते है, पूरा चुनाव ईवीएम मशीन पर ही आधारित होता है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव में पहली बार वीवीपेट का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा ईवीएम एवं वीवीपेट के बारे में दिए गए सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण को गंभीरता से प्राप्त करें। प्रशिक्षणार्थी मशीनों की कार्यप्रणाली को अच्छी तरह समझे ताकि सफलतापूर्वक कार्य कर सकें। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों से गंभीरता से प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने सभी संदेह एवं जिज्ञासाओं को खत्म कर अपनी जिम्मेदारी प्रभावी ढंग से निभाने की अपील की।
मास्टर ट्रेनर दौलत ज्ञान चन्दानी एवं रजत सोनी ने ग्राउण्ड स्टॉफ को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि इस बार लोकसभा चुनाव-२०१९ में एम-३ प्रकार की ईवीएम प्रयोग में लाई जाएगी। इससे पूर्व के चुनाव में काम में ली ग* एम-२ मशीन केवल ६४ उम्मीदवारों के लिए ही उपयोगी थी जबकि एम-३ मशीन ३८४ उम्मीदवारों तक के लिए काम में ली जा सकेगी।
इस बार वीवीपेट का उपयोग करने से मतदाता उसके द्वारा जिस उम्मीदवार के पक्ष में मत दिया गया है, उसका नाम, चुनाव चिन्ह एक पर्ची पर देख सकता है। यह पर्ची ७ सेकण्ड तक वीवीपेट की खिडकी से दिखाई देगी उसके बाद स्वतः कटकर वीवीपेट के ड्राॅप बॉक्स में गिर जाएगी। यह ड्राॅप बॉक्स सील्ड रहेगा। मास्टर ट्रेनर ने ईवीएम की कार्य प्रणाली के बारे में सिलसिलेवार बताया। उन्होंने क्लीयर बटन, मॉकपोल, फिर क्लीयर बटन एवं रिजल्ट सेक्शन को सील करने के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण में आर.ओ. एवं पीठासीन अधिकारी के स्तर पर की जाने वाली विभिन्न प्रकार की सीलिग की भी विस्तार से जानकारी दी गई। ग्राउण्ड स्टॉफ ने वीवीपेट का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी प्राप्त किया।