GMCH STORIES

एचडीएफसी बैंक परिवर्तन स्टार्ट-अप 50 से ज्यादा स्टार्ट-अप्स को 20 करोड़ रुपए का अनुदान देगा

( Read 3606 Times)

04 Feb 25
Share |
Print This Page

एचडीएफसी बैंक परिवर्तन स्टार्ट-अप 50 से ज्यादा स्टार्ट-अप्स को 20 करोड़ रुपए का अनुदान देगा

(Tuktak Bhanawat)
उदयपुर।
 भारत के अग्रणी निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक ने अपने प्रमुख परिवर्तन स्टार्ट-अप अनुदान कार्यक्रम के आठवें संस्करण के शुभारंभ की घोषणा की है। इस वर्ष सामाजिक प्रभाव क्षेत्र में काम करने वाले 50-60 स्टार्ट-अप्स का सपोर्ट करने के लिए 15 से अधिक इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर का चयन किया गया है और उन्हें इसमें शामिल किया गया है। कार्यक्रम चयनित स्टार्ट-अप को 50 लाख रुपए तक का अनुदान प्रदान करेगा, जिसका कुल कार्यक्रम बजट 20 करोड़ रुपए है। आईआईटी मद्रास, आईआईएम अहमदाबाद वेंचर्स, विल्ग्रो, आईसीएआर पूसा कृषि, आईआईटी गुवाहाटी बायोनेस्ट, एस्पायर-हैदराबाद विश्वविद्यालय, आईआईएम-कलकत्ता इनोवेशन पार्क, आई-हब गुजरात, केरल स्टार्ट-अप मिशन, आईएफएमआर कैटालिस्ट एआईसी इस साल पहले से ही शॉर्टलिस्ट किए गए इनक्यूबेटर्स में से हैं। अगले कुछ महीनों में ये इनक्यूबेटर भारत भर के सामाजिक उद्यमियों से आवेदन आमंत्रित करेंगे। यह पहल ‘डेमो डे’ कार्यक्रमों की एक श्रृंखला में समाप्त होगी, जिसमें बैंक, निवेशकों, कॉरपोरेट्स और मीडिया के सामने स्टार्ट-अप्स को प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे इन उपक्रमों के लिए अधिक दृश्यता और अवसर सुनिश्चित होंगे।
एचडीएफसी बैंक वित्त वर्ष 25 में सामाजिक भलाई के लिए एआई, जलवायु नवाचार, वित्तीय समावेशन, कृषि और सतत ग्रामीण अर्थव्यवस्था, शिक्षा और आजीविका संवर्धन, लैंगिक विविधता और समावेशनचयनित स्टार्ट-अप महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों सहित भारत के विविध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
एचडीएफसी बैंक के डीएमडी कैजाद भरूचा ने कहा कि हमारा परिवर्तन स्टार्ट-अप अनुदान कार्यक्रम नवाचार को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण सामाजिक आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से समाधान लागू करने वाले सामाजिक स्टार्ट-अप को बढ़ावा देकर, हमारा लक्ष्य पूरे भारत में समुदायों के लिए स्थायी, समावेशी समाधान बनाने में सहायता करना है। एचडीएफसी बैंक के ट्रेजरी के समूह प्रमुख अरूप रक्षित ने कहा कि इनक्यूबेटर और एक्सेलरेटर के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से, हम एक मजबूत स्टार्ट-अप इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं। यह कार्यक्रम उद्यमियों को संसाधनों और दृश्यता के साथ सशक्त बनाता है, जिससे वे प्रभावशाली समाधानों को आगे बढ़ा सकें और भारत की विकास यात्रा में योगदान दे सकें। परिवर्तन स्टार्ट-अप अनुदान कार्यक्रम के माध्यम से हमारा लक्ष्य इन अभिनव उपक्रमों को सार्थक प्रभाव डालने और सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए सशक्त बनाना है। अब  अपने इस आठवें वर्ष में परिवर्तन स्टार्ट-अप अनुदान कार्यक्रम भारत के उन उद्यमियों को सशक्त बनाना जारी रखता है जो सामाजिक प्रभाव डाल रहे हैं।  वर्ष 2017 से इसने देश भर में 120 से अधिक इनक्यूबेटर के माध्यम से 400 से अधिक स्टार्ट-अप का सपोर्ट किया है और सार्थक परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों का निवेश किया है।


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories :
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like