बांसवाड़ा / शिक्षा विभागीय योजनाओं की क्रियान्विति करने और विद्यालय में शैक्षिक वातावरण की अभिवृद्धि के लिए नवाचारों को आत्मसात करने की दिशा में पहल करते हुए प्रत्येक शिक्षक को दिन-प्रतिदिन ज्ञान को अद्यतन करते हुए डेट टू डेट अपडेट रहना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। यह उद्गार घाटोल के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी महेन्द्र त्रिवेदी ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय, भूंगड़ा में दो दिवसीय क्लस्टर स्तरीय कार्यशाला के दूसरे दिन प्रथम सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालय के संस्थाप्रधान शिव सिंह ने अध्यक्षता की। स्वागत अन्वेक्षणधर्मी एवं पुरस्कृत शिक्षक भँवरलाल गर्ग ने किया। संचालन कीर्तन भट्ट ने किया। संभागी दिनेशचन्द्र तेली और रंजना मैडम ने विचार व्यक्त किए।
कार्यशाला में में विभिन्न पीईईओ विद्यालय क्षेत्र शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। भूंगड़ा से 5, गोरछा से 11, वाड़गुन से 7, मियासा से 9 और पाडला से 8 विद्यालयों से एक-एक शिक्षक सहित कुल 40 संभागियों ने कार्यशाला में भाग लिया।
गर्ग की शिक्षण में नवाचार विषयक वार्ता रही प्रभावी
शिक्षक भँवरलाल गर्ग की ‘वर्तमान में विद्यालय में जरूरी शिक्षण में नवाचार’ वार्ता प्रभावी रही। उन्होंने आधुनिक तकनीक का शिक्षण में समावेश करते हुए किस तरह से शिक्षण को रसदार बनाया जाएं साथ ही धरातल पर आने वाली समस्याओं और समाधानों पर भी चर्चा की। विद्यालय में माबाईल नेटवर्क की समस्या, शीघ्र डाक बनाने आदि विषयों के त्वरित समाधान की चर्चा पर शिक्षकों ने इन बिन्दूओं पर विद्यालय में कार्य करने की बात कही।
कार्यशाला में बेसलाईन आंकलन की वस्तुस्थिति पर चर्चा, समूहवार कार्य की स्थिति का विश्लेषण, तीन माह के ब्रिज कार्यक्रम की प्रक्रिया, कार्यपुस्तिकाओं पर कार्य की समझ एवं अद्यतन प्रगति पर चर्चा, आंकलन के विभिन्न टूल्स, लर्निंग आउटकम से सह सम्बन्ध, उपलब्ध सामग्री के उपयोग पर समझ विकसित करना, रचनात्मक, योगात्मक आंकलन की प्रक्रिया एवं संभागियों की समझ बिन्दूओं पर विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला के पहले दिन गणेशलाल पाटीदार और भूपेश त्रिवेदी तथा दूसरे दिन भँवरलाल गर्ग और कीर्तन भट्ट ने दक्ष प्रशिक्षक के रूप में कार्यशाला में विभिन्न बिन्दूओं पर चर्चा की।