हिन्दुस्तान जिं़क में कार्यरत 62 प्रतिशत युवा, एनर्जी ट्राजिंशन हेतु महत्वपूर्ण भूमिका में

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11 Aug 25
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हिन्दुस्तान जिं़क में कार्यरत 62 प्रतिशत युवा, एनर्जी ट्राजिंशन हेतु महत्वपूर्ण भूमिका में

उदयपुर, अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर, दुनिया की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड जिंक उत्पादक और शीर्ष पांच सिल्वर उत्पादकों में से एक, हिन्दुस्तान जिंक, अपने युवा कार्यबल के उत्साह, महत्वाकांक्षा और नए विचारों का सम्मान कर रहा है। अपने 62 प्रतिशत कर्मचारियों की उम्र 35 वर्ष से कम होने के साथ, हिन्दुस्तान जिंक, मेटल और माइनिंग इंडस्ट्री में चली आ रही पुरानी सोच को बदल रहा है। यह दर्शाता है कि धातु उद्योग का भविष्य टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी और दूरदर्शी युवा प्रतिभाओं में है। ये युवा कर्मचारी सिर्फ भविष्य के अग्रणी नहीं हैं, बल्कि आज के बदलाव लाने वाले हैं, जो विचारों को नया रूप दे रहे हैं, बदलाव ला रहे हैं, और उद्योग के भविष्य की झलक दिखा रहे हैं।

इस दिन को यादगार बनाने के लिए, हिन्दुस्तान जिंक ने इकोज ऑफ टुमॉरो अभियान की शुरुआत की है, जिसके जरिये युवा कर्मचारियों के जुनून, उनकी प्रतिभा और उनके असर को दिखाया जाएगा। यह अभियान दर्शाएगा कि किस प्रकार जोशीला कार्यबल इनोवेशन को बढ़ावा दे रहा है, सस्टेनेबिलिटी को अपना रहा है और माइनिंग को एक तकनीकी-आधारित, भविष्य के लिए तैयार क्षेत्र में बदल रहा है। हिन्दुस्तान जिंक के युवा कर्मचारी इंजीनियरिंग, पर्यावरण, डिजिटलाइजेशन और ऑटोमेशन में बदलाव लाने में सबसे आगे हैं। एआई पावर्ड मिनरल एक्सप्लोरेशन मॉडल लगाने से लेकर सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन को लागू करने तक, ये युवा माइनिंग को सुरक्षित, स्मार्ट और अधिक सस्टेनेबल बनाने में सबसे आगे हैं।

हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ, अरुण मिश्रा ने कहा, हिन्दुस्तान जिंक में, हमारी ताकत युवा दिल और तेजी से कार्य करने में है, एक ऐसा कार्यबल जो नई सोच को एक साझा उद्देश्य के साथ मिलाता है। हम एक वैश्विक लीडर की स्थिरता और पहुँच को एक नई उम्र के उद्यम की मजबूती और गति के साथ जोड़ते हैं। निरंतर सीखने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करती है कि हर कर्मचारी तेजी से बदलती दुनिया में इनोवेशन करने, नेतृत्व करने और सफल होने के लिए तैयार है। इस अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर, हम अपने लोगों को केवल योगदानकर्ताओं के रूप में नहीं, बल्कि ऐसे उत्प्रेरक के रूप में मानते हैं जो बदलाव ला रहे हैं, टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ा रहे हैं, और देश और ग्रह के लिए सस्टेनेबल भविष्य को आकार दे रहे हैं।

हिन्दुस्तान जिंक की पीपल फस्र्ट की सोच इसकी इंडस्ट्री में सबसे अच्छी नीतियों और निरंतर कौशल विकास में किए गए निवेश में दिखाई देती है। सिर्फ वित्त वर्ष 24 में, कंपनी ने 1.2 लाख घंटे से अधिक की लर्निंग और डेवलपमेंट की रिकॉर्डिंग की, जिससे कर्मचारियों को भविष्य के लिए तैयार कौशल से लैस किया जा सके। अब महिलाओं की संख्या कार्यबल का 25 प्रतिशत है, जिसका लक्ष्य 2030 तक इसे 30 प्रतिशत तक पहुंचाना है। इसमें संरचित मेंटरिंग, नेतृत्व विकास और समावेशी भर्ती पहल शामिल हैं। कंपनी दोनों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रदान करती है - एक वैश्विक समूह की स्थिरता और एक स्टार्ट-अप की फुर्ती, जो इसकी ग्रोथ फ्रॉम विदिन सोच से निर्देशित होती है। कंपनी स्ट्रक्चर्ड इंटरनल जाॅब पोस्टिंग, वी बिल्ड पहल के माध्यम से अच्छी तरह से परिभाषित नेतृत्व विकास मार्ग, और कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजनाओं ईसोप में भाग लेने का अवसर प्रदान करती है। जीवनसाथी को नौकरी देने की नीति, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए छुट्टियाँ, बच्चों की देखभाल के लिए एक साल की सबैटिकल , लचीले कामकाजी घंटे और महिलाओं के लिए हर महीने नो-क्वेश्चन-आस्क्ड लीव जैसी प्रगतिशील कार्यस्थल नीतियाँ अवसरों को और बढ़ाती हैं, यह सुनिश्चित करती हैं कि करियर में तरक्की के रास्ते में लिंग कभी बाधा न बने।

अपने युवा कर्मचारियों को टेक्नोलॉजी, सस्टेनेबिलिटी और सामुदायिक प्रभाव के केंद्र में रखकर, हिन्दुस्तान जिंक न केवल माइनिंग के भविष्य को आकार दे रहा है, बल्कि यह भी तय कर रहा है कि एक आधुनिक, लोगों को पहले रखने वाली संस्था होने का क्या मतलब है। यह अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस उस यात्रा में एक और मील का पत्थर है जहाँ कंपनी का विजन, मूल्य और लोग एक साथ मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रगति की विरासत बनाते हैं।


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