भीलवाड़ा, स्थानीय संगम विश्वविद्यालय के शैक्षणिक एवं प्रशासनिक विकास केंद्र द्वारा एजुकेशन टेक के नए प्रतिमान: एनईपी 2020 दृष्टिकोण" विषय पर एक सप्ताह की ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन 16 से 20 जून 2025 तक सफलतापूर्वक किया गया। इस कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. प्रीति मेहता, द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न राज्यों – राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, दिल्ली, बिहार, तमिलनाडु सहित इंडोनेशिया से लगभग 88 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रो. पी.के. मिश्रा (निदेशक, सीपीआरएचई, एनआईईपीए, नई दिल्ली) ने की, जिन्होंने एनईपी 2020 में डिजिटल शिक्षण के बढ़ते महत्व को रेखांकित किया।
पाँच दिनों के दौरान हुए कुल 10 तकनीकी सत्रों में प्रो. करुणेश सक्सेना (कुलपति, संगम विश्वविद्यालय), डॉ. बर्नाली रॉय चौधरी (नेटाजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी), प्रो. जीतेंद्र पांडे (उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी), श्री विनोद चंद्र सती (ईएमएमआरसी, जोधपुर), डॉ. मिथिली जी और डॉ. आशिष के. अवधिया (इग्नू), प्रो. मानस रंजन पाणिग्रही (प्रो-वीसी, संगम विश्वविद्यालय) सहित कई विशेषज्ञों ने सहभागिता की। विभिन्न तकनीकी सत्रों में देश के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ओ ई आर,मूक,स्वयंम, ई-कंटेंट विकास, वीडियो लेक्चर निर्माण, गुणवत्ता आश्वासन तथा शिक्षण की नवीन विधियों पर गहन विचार साझा किए।
एफडीपी का उद्घाटन प्रो. पी.के. मिश्रा (निदेशक, CPRHE, NIEPA, नई दिल्ली) द्वारा किया गया, जिन्होंने एनईपी 2020 के अंतर्गत डिजिटल शिक्षण की भूमिका पर प्रकाश डाला। एफडीपी का समापन डॉ. वीरेन्द्र कौशल, समन्वयक (ऑनलाइन कोर्स), सीईसी नई दिल्ली के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना, प्रो-वाइस चांसलर प्रो. मानस रंजन पाणिग्रही, एवं एआईयू की जॉइंट सेक्रेटरी सुश्री रंजन परिहार भी उपस्थित रहे।
विशेष धन्यवाद संगम विश्वविद्यालय की आईटी टीम को, जिनके तकनीकी सहयोग से यह ऑनलाइन आयोजन निर्बाध रूप से संचालित हो सका। साथ ही डॉ. सीमा काबरा, डॉ. निलेश महेश्वरी तथा डॉ. नेहा भंडारी को भी उनके सक्रिय सहयोग के लिए हार्दिक आभार।यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की डिजिटल शिक्षा की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।