अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति
कर्मणैव हि संसिद्धिमास्थिता जनकादयः।
लोकसंग्रहमेवापि सम्पश्यन्कर्तुमर्हसि ।।
नव सम्वत्सर पर संस्कृतिमयी हुई झीलों की नगरी
चैती एकम् री निकली सवारी और दूधतलाई पर भव्य कोल्डफायर आतिशबाजी के साथ हुआ विरोधकृत सम्वत्सर २०७५ का स्वागत
डॉ. कुमावत की शायरियों ने आतिशबाजी में चार चांद लगाये
उदयपुर १८ मार्च। अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम उदयपुर, आलोक संस्थान एवं सर्व समाजों, संगठनों, संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नव सम्वत्सर महोत्सव के अन्तिम दिन आज सायं ७ बजे पालागणेशजी से दूधतलाई तक ’चैती एकम् री सवारी‘ निकाली गई। पाला गणेश जी पर पश्चिम सांस्कृतिक केन्द्र के कलाकारों द्वारा सुन्दर नृत्यों की प्रस्तुतियां दी गयी। चैती एकम री सवारी दूधतलाई पर जाकर मुख्य समारोह स्थल पर पहुँची जहाँ विभिन्न कार्यक्रमों के साथ भव्य आतिशबाजी का आयोजन किया गया।
स्वागत-२०७५ व भव्य आतिशबाजी ः नववर्ष महोत्सव का मुख्य आकर्षण है “स्वागतम्-२०७५”। पालागणेशजी से ’चैती एकम् री सवारी‘ निकाली गयी जो दूधतलाई पर पहुँची। दूधतलाई पर नगर निगम द्वारा भव्य कोल्डफायर आतिशबाजी कार्यक्रम आयोजित किये गये।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष श्यामलाल कुमावत थे। अध्यक्षता महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने की। विशिष्ट अतिथियों में डॉ. प्रदीप कुमावत, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महंत सुन्दरदास जी, अ.भा. बौद्विक शिक्षण के प्रमुख सुहान्त रंजन, हेमेन्द्र श्रीमाली थे। इस अवसर पर पार्षद सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष जगदीश मेनारिया, विघुत समिति के अध्यक्ष महेश त्रिवेदी, राजेश वैरागी, जगदीश सुहालका, पंकज भण्डारी, रेखा कुंवर, रमेश चन्देल, आभा आमेटा, सुशील जैन कृष्णकान्त कुमावत उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉ. प्रदीप कुमावत ने अपनी शायरियों के माध्यम से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिये। आतिशबाजी के साथ डॉ. कुमावत की शायरियों ने सभी का मन मोह लिया।
डॉ. प्रदीप कुमावत ने नव सम्वतसर के सात दिवसीय कार्यक्रमों में सहयोग देने के लिये नगर निगम, सर्व समाजों, संगठनों तथा उदयपुर की जनता का आभार व्यक्त किया।
प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी दुधतलाई पर नगर निगम द्वारा विक्रमादित्य मेले का भव्यआयोजन हुआ जिसमें शहर के हजारों नागरिकों ने शिरकत की साथ ही विदेशी सैलानियों ने भी भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हुए रंग-बिरंगे एवं आतिशी माहौल का लुत्फ उठाया। इस मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाये गए। बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष प्रकार की तैयारियाँ की गई - जैसे जादूगर का शो, चकरी, हाथी-घोडे की सवारी, विभिन्नसांस्कृतिक कार्यक्रम ।
इस अवसर पर मेले का मुख्य आकर्षण भव्य आतिशबाजी का रहा जिसका लोगों ने बहुत आनन्द उठाया।
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