दिनेश रावत/कोटा शहर में कोटा उत्तर के विधायक प्रहलाद गुंजल के खस माने जाने वाले वार्ड पार्षद के वार्ड नम्बर 13 में खाली प्लाटों पर कचरे के ढेर, मुख्य सड़क के बीचोंबीच निकल रहे नाले के ढक्कन गायब होने से खड्डों में गिरते-पड़ते लोग, नालियों में ठसाठस भरा कचरा और सड़कों पर आवारा मवेशियों का लगा झमघट जो साफ तौर पर अपनी कहानी खुद बयां कर रहा है कि इस वार्ड की पार्षद को लोगों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं।
हमारे संवाददाता ने वार्ड नं. 13 में कई गली और मौहल्लों में घूमकर हाल अपनी आंखों से देखा, साथ ही वार्ड के नागरिकों के हालचाल जाने तो हकीकत खुद-ब-खुद बयां करती साफ नजर आ रही थी। चालीस हजार के आबादी वाले वार्ड में लोग अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर परेशान हैं उनकी परेशानी सुनने वाला कोई नजर नहीं आया। प्रत्याशी चुनाव के समय पर आते हैं और बड़े-बड़े वादे करके चले जाते हैं।
स्थानीय लोंगो का कहना है कि वार्ड नं. 13 की पार्षद वन्दना अग्रवाल को चुनाव में इसलिए जिताया गया था कि विधायक प्रहलाद गुंजल उनके पति के खासमखास हैं जिसका फायदा वार्ड के विकास में होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्की वार्ड पार्षद ने चुनाव जीतने के बाद से ही अब तक अपने वार्ड की किसी भी गली-मौहल्ले में पैर तक नहीं रखा। यहां तक कि वार्ड में होने वाली सफाई की माॅनिटरिंग तक नहीं की जाती है। वार्ड की गली नं. 5 में खाली प्लाॅट पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं इसी वार्ड की गली नं. 3 में सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है, सड़क के बीचोेंबीच नाली का ढक्कन हटा पड़ा है जिसके कारण अंधेरे में कई बार लोग गिर जाते हैं। वार्ड में जगह-जगह कचरे के अम्बार लगे हुए हैं नालियां कचरे ठसाठस भरी हैं। वही ंवार्ड में जगह-जगह उबड़-खाबड़ ब्रेकर बनाये हुए हैं जो अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
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