उदयपुर ऐश्वर्या शिक्षक प्रशिक्षण विद्यालय ;BSTC के नवआगन्तुक छात्रध्यापकों का तीन दिवसीय अभिनवन कार्यक्रम का शुुभारंभ सोमवार 18 जुलाई से 20 जुलाई तक आयोजित किया गया। प्राचार्य प्रो. डी. एस. चुण्डावत ने बताया कि अभिनवन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऐश्वेर्या एज्यूकेशन संस्थान के ग्रुप डॉयरेक्टर प्रो. ए. एन. माथुर थे। प्रो. चुण्डावत ने इस अवसर पर नवआगन्तुक विद्यार्थियों को कहा कि बालक अपनी प्रतिभा को पहचान कर उसका सदुपयोग करे। छात्रध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी प्रतिभा में निखार लाकर समाज का नवनिर्माण करे क्योंकि वे भावी शिक्षक बनने जा रहे है। सदमार्ग पर चलते हुए स्वयं में सकारात्मक सोच विकसित कर स्व सीखने की प्रवृति विकसित करें।
अभिनवन कार्यक्रम में प्रथम दिवस बी.एस.टी.सी. प्रथम व६ार् के छात्रध्यापकों के लिए परिचय सत्र् रखा गया जिसमें छात्रध्यापकों ने अपनी शेक्षिक उपलब्धियों, रूचियों आदि से अवगत करवाया। प्राचार्य महोदय ने नवआगन्तुक छात्रध्यापकों को कक्षा में दैनिक उपस्थिति व विद्यालयी नियमों से अवगत करवाया। साथ ही कार्यक्रम के द्वितीय दिवस गुरू पूर्णिमा पर्व के अवसर पर प्रो. माथुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी जीवन की ‘‘सफलता का मूल मंत्र् है, कठिन परीश्रम ‘‘ गुरू से जितना जानने की जिज्ञासा रखोगे , उतना ही वह आपका मार्गद८ार्न करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी बालक के जीवन में माता ही सर्वप्रथम गुरू होती है। इस अवसर पर सभी संकाय सदस्यों का श्रीफल प्रदान कर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने कविता पाठ, गीत, प्रसंग आदि की प्रस्तुतियाँ दी।
अभिनवन कार्यक्रम में तृतीय दिवस छात्रध्यापकों को दो वर्ष तक होने वाले वर्षपर्यन्त शैक्षिक गतिविधियों- विद्यालयी अनुभव कार्यक्रम, क्रियात्मक कार्य, सत्रीय कार्य एवं सह-शैक्षिक गतिविधियों से अवगत कराया गया। नवआगन्तुक छात्रध्यापकों का तीन दिवसीय अभिनवन कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ। कार्यक्रम के अंत में द्वितीय वर्ष के छात्र् माँगी लाल ने स्मृति चिन्ह एवं धन्यवाद की रस्म छात्र सुश्री नित्या उपाध्याय द्वारा प्रदान की गई ।