GMCH STORIES

प्रतिभाओं के दम पर महिलाओं ने बनाई पहचान: जिला कलक्टर

( Read 18885 Times)

08 Mar 17
Share |
Print This Page
प्रतिभाओं के दम पर महिलाओं ने बनाई पहचान: जिला कलक्टर वर्तमान समय में महिलाओं ने अपनी प्रतिभाओं के दम पर स्वयं को सिद्ध करते हुए हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है परंतु अब भी समाज को महिलाओं के प्रति अपना नज़रिया और धारणाओें को बदलने की आवश्यकता है।
यह उद्गार जिला कलक्टर डूंगरपुर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी ने अन्तराषर््ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में रामरोटी अन्न क्षेत्र परिसर, गांधी आश्रम में कार्यक्रम आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि नारी ने हर कार्य क्षेत्र में अपनी मेहनत और प्रतिभा से आगे बढ़ते अपनी सार्थक उपस्थिति दर्ज की है। आज बेटी हर मामले में बेटों से आगे है परंतु फिर भी कन्या भू्रण हत्या जैसी घटनाओं का होना यह बताता है कि हमें अपनी मानसिकता और सोच को बदलने के लिए इस क्षेत्र में ओर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है।
जिला कलक्टर सोलंकी ने समारोह में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं से आह्वान किया कि बेटी को बचाने और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए स्वयं महिलाओं को जागरूक होकर आगे आने होगा। उन्होंने समस्त महिलाओं से संकल्प भरे आह्वान में कहा कि समस्त महिलाएं आज ये संकल्प ले कि वे किसी भी स्थिति में कन्या भ्रूण हत्या को रोकेगी और बेटी बचाने हेतु अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेंगी।
समारोह के दौरान जिला न्यायाधीश चंद्रप्रकाश पगारिया, सीजेएम चंद्रप्रकाश सिंह, अतिरिक्त न्यायिक मजिस्टेªट महेन्द्र सोलंकी, मजिस्टेªट ज्योति पूरी, उपखण्ड अधिकारी डूंगरपुर पुष्पा हरवानी, विकास अधिकारी डूंगरपुर सुनीता परिहार, शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी रतन डामोर, यूनिसेफ कंसलटेंट उर्मिला, रोजगार अधिकारी नवरेखा, उप निदेशका महिला एवं बाल विकास मंजू परमार, सुमित्रा फुमतिया पीसीपीएनडीटी समन्वयक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक अशोक शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
सुबह से लेकर रात तक हर मोर्चे पर प्रतिबद्ध है महिला:
जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी ने महिलाओं की कार्य क्षमता और कार्य करने की समर्पण भावना को नमन करते हुए कहा कि हर घर में अल सुबह से देर रात तक महिला हर क्षेत्र पर चाहे वो घर हो या कार्यक्षेत्र हर मोर्चे पर पूर्ण समर्पण भावना से अपने कर्तव्य के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए हर घर, हर व्यक्ति का प्रत्येक दिन महिला दिवस ही है और बिना नारी के कोई भी कार्य पूर्ण नही है।
रोचक रहा कठपुतली शो, दिया संदेश:
समारोह के दौरान कठपुतली शो के माध्यम से स्थानीय बोली वागड़ी में बेटी बचाओं -बेटी पढ़ाओं का संदेश दिया गया तथा राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के लिए शिक्षा तथा अन्य सुविधाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं को कठपुतली नाट्य के माध्यम से खुबसूरत प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाओं ने न केवल सराहा वरन उसमें संवाद करते हुए पूर्ण सहभागिता भी निभाई।
श्रेष्ठ कार्य के लिए मिला सम्मान:
समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाली कार्यकताओं, आशा सहयोगिनियों एवं सहायिकाओं को जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी द्वारा यशोदा पुरूस्कार के प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया ।
पूरे दिन आयोजित हुए कार्यक्रम:
समारोह में पूरे दिन महिलाओं के लिए कुर्सी रेस, प्रश्नोत्तरी, चम्मच रेस, गुब्बारा प्रतियोगिता के साथ-साथ कई रोचक प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला कलक्टर सोलंकी ने दीप प्रज्जवलन कर समारोह का शुभारंभ किया । आईसीडीएस उपनिदेशक मंजू परमार ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन कंचन चौबीसा ने किया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाएं उपस्थित थी।
Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Rajasthan
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like