यह सत्य है कि यदि युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन मिल जाये,तो वह उस ओर सकारात्मक दृष्टिकोण से बढ़ने लगती है । विश्व रक्तदाता दिवस पर 14 जून के उपलक्ष में विज्ञान नगर स्थित पैसिफिक एजुकेशनल कंसलटेंट के निदेशक नितिन गौतम ने ,अपने यहाँ पढ़ रहे बच्चों के साथ रक्तदान शिविर का आयोजन कर मनाने का विचार बनाया । उनके यहाँ पढ़ रहे ज्यादातर बच्चे 19 वर्ष के थोड़े समय पहले ही हुए थे । कुछ ऐसे भी थे,जो रक्तदान का नाम ही पहली बार सुन रहे थे ।
नितिन जी को लगा कि,शायद शिविर से पहले यदि एक जागरूकता कार्यशाला जो जाये तो,रक्तदान करने वालो का प्रतिशत कुछ ज्यादा बढ़ सकता है । इसी क्रम में अनुरोध फाउंडेशन के हेमंत शर्मा, कुणाल अरोरा ने बच्चो को रक्त दान का महत्व व उससे जुड़ी सभी भ्रान्तियों के निवारण को समझाते हुए,उन्हें इस ज्यादा से ज्यादा संख्या में रक्तदान करवाने के लिए प्रेरित किया |
बच्चों का होंसला बढ़ाने के उद्देश्य से, सबसे पहले कोचिंग से जुड़े सभी सीनियर-जूनियर स्टाफ़ ने रक्तदान किया । सभी छात्रों को डोनर बेड के पास बुलाकर,रक्तदान कैसे होता है, कितना रक्त लिया जाता है,व रक्तदान के बाद के अनुभव को,रक्तदाताओं से सुना ।
पूरी जानकारी लेने के बाद,करीब 30 छात्र-छात्राओं ने रक्तदान किया,उनमें से 22 विद्यार्थी ऐसे थे,जो पहली बार रक्तदान कर रहे थे ।
साथ ही सभी रक्तदातओं का लुक एंड स्माइल क्लिनिक, विज्ञान नगर की ओर से डॉ ज्योति चौरसिया ने निःशुल्क दन्त परीक्षण ,व आरोग्य होम्योपैथी क्लिनिक,बजरंग नगर,के डॉ कुलवंत गौड़ ने निःशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया ।
संस्था में ट्रेनर निधि जैन ने बताया की इस तरह के आयोजन से जो बच्चे 18 साल से ऊपर के हैं और जिन्हे रक्त दान से डर लगता है, उन्हें इस दान का महत्व समझ आता है | अनुरोध फाउंडेशन के कुणाल अरोरा और हेमंत शर्मा ने बच्चो को रक्त दान का महत्व समझते हुए उन्हें इस नेक कार्य के लिए प्रेरित किया | संस्था समय समय पर इस तरह के आयोजन करती रहती है जिससे समाज में रक्त दान और नेत्र दान से जुडी भ्रांतिया को विराम लगे |