उदयपुर, जिला कलक्टर श्रीमती आनंदी ने जिले में अन्य विभागीय अधिकारियों से निरीक्षण की व्यवस्था में मिली कमियों पर जिलाधिकारियों को फोकस करने को निर्देशित किया है और कहा है कि निरीक्षण के माध्यम से हजारों की संख्या में से सर्वाधिक बीमार संस्थाओं के बारे में जिला प्रशासन ने बता दिया है, अब इसका इलाज तो विभाग के जिलाधिकारी का दायित्व है।
कलक्टर ने यह बात सोमवार को विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन एवं जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
कलक्टर ने मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनकल्याण के कार्यों को प्राथमिकता एवं समयबद्धता से पूरा करें। उन्होंने कहा कि रात्रि चौपाल, निरीक्षण, दौरे आदि के दौरान प्राप्त हो रही परिवेदनाओं का संबंधित विभाग त्वरित निस्तारण कर लोगों को राहत प्रदान करें एवं इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
कलक्टर ने जनजाति छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में मिल रही अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए इनके शीघ्र सुधार पर जोर दिया। छात्रावासों में बिजली, पंखे आदि रिपेयर करवाने, सॉलर वॉटर हीटर दुरस्त कराने, शुद्ध पेयजल व ताजा भोजन उपलब्ध कराने, मेडिकल किट की सुविधा, कम्प्यूटर-मशीनरी आदि रिपेयर कराने सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास संचालन में लापरवाही बरतने वाले वार्डन अथवा अन्य संबंधित कार्मिक के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने की बात कही।
उन्होंने जिले भर में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया। इसके लिए चिकित्सा संस्थानों पर स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता, दवाईयों के स्टॉक सहित विभिन्न आवश्यक चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता राजश्री योजना के लम्बित भुगतान को शीघ्र करने को भी कहा। आंगनबाड़ी केन्द्रों में आयरन फॉलिक एसिड की टेबलेट सप्लाई करने एवं एएनएम यदि सबसेंटर पर मौजूद नहीं है तो लिखकर जाने हेतु पाबंद करने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से सोलर पनघट टेंडर की जानकारी ली एवं इसकी प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। रामा पंचायत में पेयजल टंकी लीकेज मरम्मत करवाने च साकरोदा में पानी की टंकी बनने के बाद कनेक्शन नहीं होने पर शीघ्र कार्यवाही करने को कहा।
कलक्टर ने बिजली संबंधी शिकायतों में ऋषभदेव में पोल लगने के बाद भी कनेक्शन नहीं होने, मानपुर-झल्लारा में बिजली कनेक्शन संबंधित समस्या मिलने, बिजली दुघर्टनाओं पर मुआवजे की त्वरित कार्यवाही करने, स्कूल एवं सार्वजनिक स्थलों के समीप से गुजर रही हाइटेशन लाइन को अन्यत्र स्थापित करने, लापरवाही बरतने वाले अभियंता, कार्मिक व ठेकेदार के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
पासबुक्स नहीं किताबों से हो पढ़ाई:
कलक्टर ने कहा कि स्कूल-छात्रावास में बच्चे पासबुक का उपयोग न करें और अपनी पढ़ाई किताबों से करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निरीक्षण के दौरान विद्यार्थी पासबुक पढ़ते नजर आए तो संबंधित बीईईओ को जिम्मेदार मानकर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
बहानेबाजी पर होगी कार्यवाही
कलक्टर ने निर्देश दिए कि निरीक्षण में प्राप्त तथ्यों पर अधीनस्थ को पाबंद कर कार्यवाही करावे ताकि पीडितों को राहत मिलें। जिला अधिकारी यह न समझे कि कार्यवाही न होने पर उनकी जिम्मेदारी नहीं है। यदि बार-बार कहने पर संबंधित प्रकरण में राहत नहीं मिलती है तो जिला अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
इस मौके पर जिला परिषद के सीईओ कमर चौधरी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामोत्थान शिविर के तहत विभिन्न विभागीय योजनाओं से ग्रामीणों को लाभान्वित किया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर संजय कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।