उदयपुर, भारत के राष्ट्रीय गान के रचयिता एवं साहित्य नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्र नाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को नारायण सेवा संस्थान के जन सम्पर्क विभाग की ओर से आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी में अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि टैगोर का शिक्षा और साहित्य में ही अमूल्य अवदान नहीं रहा बल्कि उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भी अहम भूमिका का निर्वाह किया।
वंदना अग्रवाल ने कहा कि वे कहते थे कि नदी किनारे खड़े रहकर पानी को ताकते रहने से नदी पार नहीं की जा सकती। उन्होंने पुरुषार्थ को ही भाग्य बदलने वाला कहा।
संगोष्ठी को विष्णु शर्मा हितैषी, भगवान प्रसाद गौड़, दिनेश वैष्णव, महिम जैन, रोहित शर्मा आदि ने भी सम्बोधित किया। संचालन दल्लाराम पटेल ने किया।