उदयपुर मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने जिला परिशद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखकर जिले के विधायकों के विकास मद से जिला परिशद में प्रस्तावित वातानुकुलित बडा सभागार व कक्षों का निर्माण इस विशम काल में स्थगित करने की मांग की है।
विधायक जोशी ने पत्र में लिखा है कि जहां गांवों की जनता को पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है, वहीं कोविड-१९ की महामारी के दौर में राज्य सरकार की आर्थिक स्थिति भी बहुत सुदृढ नहीं है। ऐसी स्थिति में विधायक मद का उपयोग ऐसी योजना में करना जनता व राज्य कोश दोनों के प्रति अन्याय होगा।
जोशी ने बताया कि उन्हें जिला परिशद से ईमेल व दूरभाश पर अवगत कराया गया इस निर्माण के लिए सभी विधायकों की अनुशंशा आ गई है, केवल आपकी ही बाकी है। आप दिनांक २० मई २०२० की तारीख में अनुशंशा भेज दीजिए।
विधायक जोशी ने पत्र में लिखा है कि आफ कार्यालय द्वारा विधायक मद की अनुशंशा के लिये मुझे आदेशित करना एक जनप्रतिनिधि के नाते मेरे विवेकाधिकार व विशेशाधिकार का उल्लंघन है। उन्होनें पत्र में यह भी लिखा है कि जिला परिशद साधारण सभा की बैठक वर्श में केवल तीन या चार बार होती है। उसके लिये विधायक मद के १७५ लाख रूपया व्यय करना जनता से उनके हक के संसाधन छीनने जैसा कृत्य है। वर्श में तीन-चार बैठकों के लिये ओ.टी.सी. सभागार, टी.आर. आई. सभागार, नगर परिशद सभागार का उपयोग किया जा सकता है। विधायक जोशी ने पत्र की प्रतिलिपि विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व जिला कलक्टर श्रीमती आनन्दी को भेजी है।