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आजीवन समाज के पिछडे वर्गो के उत्थान के लिये प्रयासरत रहे चौथमल महाराज

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12 Mar 19
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उदयपुर, श्री जैन दिवाकर परि६ाद उदयपुर के तत्वावधान में मुखर्जी चौक स्थित पंचायती नोहरे में जैन दीवाकर श्री चौथमलजी महाराज की 125 वीं दीक्षा जयंति महोत्सव का आयोजन किया गया। महाराज श्री जिनेन्द्र मुनिजी, श्री रविन्द्र मुनिजी, साध्वी डॉ. राजश्री एवं नमिताश्री के सानिध्य में हुए इस भव्य आयोजन में सैंकडों समाजजनों ने भाग लिया। आयोजन के तहत गुणानुवाद सभा हुई जिसमें सभी मुनिवृन्द सहित अन्य वक्ताओं ने जैन दिवाकर चौथमलजी महाराज के जीवन चरित्र् पर प्रकाश डाला।

स्थानकवासी जैन श्रावकसंघ के अध्यक्ष व अखिल भारतीय जैन कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष औंकार सिरोया, संरक्षक कन्हैयालाल मेहता, गुरूभक्त षंकरलाल डांगी, हिम्मत बडाला, चन्दन बडाला, पुश्करगुरू परम्परा के प्रवीण पोरवाल, महिला संघ अध्यक्ष भूरीबाई सिंघवी, ज्योति सिंघवी के साथ ही अन्य वक्ताओं में प्रवीण दक, रोशनलाल बोकडया, नाकोडा ज्योति६ा कार्यालय के कान्तिलाल जैन मौजूद थे।

वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चौथमलजी महाराज ने अपने दीक्षा काल के 55 व६ाोंर् में 81 हजार किलोमीटर से भी अधिक की पद यात्र की। पदयात्र उन्होंने खासकर राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली,मुम्बई के लिए की और यहां पर उन्होंने कई बार व६ाार्वास भी किये। महाराज ने समाज के गरीब पिछडे वर्ग के उत्थान के लिए जीवनपर्यन्त कार्य किये। गुरूदेव ने हमेशा समाज के युवाओं को व्यसनों से दूर रहने की प्रेरणा दी।

जैन दिवाकर परि६ाद के अध्यक्ष धर्मेन्द्र जैन ने प्रारम्भ में स्वागत उद्बोधन देते हुए समाजजनों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि गुरूदेव ने जैन धर्म को जन- जन तक पहुंचा कर इसे जन धर्म बनानें का सफल प्रयास किया।

सचिव राकेश तातेड ने कहा कि यह परि६ाद का दूसरा सफल आयोजन है। इस आयोजन में गुरू स्मरण के साथ- साथ कई जन हितार्थ योजनाओं को भी हाथ में लिया गया है।

स्मारोह का संचालन रमेश बोहरा ने किया। कार्यकम के अन्त में धन्यवाद एवं आभार ज्ञापन अनिल जारोली ने किया। परिषद के नितिन नागोरी, कमलेश दानी, विकास तलेसरा ,लोकेश बाफना, लोकेश मेहता, अनुराग कंठालिया, प्रकाश मेहता आदि ने कार्यक्रम में अपनी सेवाएं दी।


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