उदयपुर बसत पंचमी के दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ इसलिए बसंत पंचमी का दिन विद्या जयंती के नाम से भी जाना जाता है। मॉ सरस्वती की पूजा अर्चना वंदन करने से ज्ञान की ज्योति प्रज्जवलित होती है इसलिए मॉ सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है। उक्त विचार शनिवार को राजस्थान विद्यापीठ के संघटक डिपार्टमेंट ऑफ आईटी में मॉ सरस्वती की पूजा अर्चना के बाद कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कही। उन्होने छात्र छात्राओं का आव्हान किया कि वे प्रातः उठ मॉ सरस्वती को आवष्य याद करना चाहिए। इस दिवस को मौसम परिवर्तन का दिवस भी कहा जाता है। इस दिवस के पेडो से पत्ते गिरने षुरू हो जाते है एवं नये पत्ते पुनः आने लगते है। निदेशक प्रो. मंजू मांडोत, प्रो.मनीष श्रीमाली, डॉ. प्रदीप सिंह शक्तावत, डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. निरू राठौड, डॉ. दिनेश श्रीमाली, निजी सचिव कृष्णकांत नाहर, भगवती लाल श्रीमाली, कुंजबाला शर्मा सहित कार्यकर्ता एवं छात्र छात्राओं ने मॉ सरस्वती की पूजा अर्चना की गई।
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