उदयपुर। ईनोवेटिंग एवं जिला पर्यटन विभाग द्वारा पारम्परिक व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन होटल जयसिंह गढ, हरिदास जी की मगरी में किया गया।
ग्रुप के निदेशक शेफ विमल धर और शेफ संगीता धर ने बताया कि लुप्त होती जा रही पाक कला को आने वाली पीढीयों तक पहुंचाने के लिए उदयपुर एवं अन्य शहरों से कुल ३१ प्रतिभागियों ने अपने हाथों से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाकर प्रस्तुति दी। प्रतियोगिता में विभिन्न व्यंजन जैसे मीठा लोला, भूरी की थादल,मटर दाल की बर्फी, कट पुआ, अंगूर के पत्ते के पकोडे, साबुत राजगिरे का हलवा,राजगिरे के पकोडे,गुड के ढोकले,कच्चे केले की खिचडी,सौंफ और नारियल की चटनी,अनरसा, कुरदाई ची भाजी,तंदुडाचे उप्पीत,खाजा,खजूरी,सत्यनारायण पूजा प्रसाद,सूरन की चटनी,उडद दाल के वडे बना कर परोसे गए।
कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती बबीता सक्सेना ने बताया कि ’कहीं गुम ना हो जाए’ थीम को लेकर इस प्रतियोगिता के लिए उदयपुर शहर का चयन किया गया जो सभी के लिए गर्व की बात है।
प्रतियोगिता में देश के प्रख्यात शेफ सुनील सोनी,शेफ वैभव भार्गव,शेफ किसलय कुमार,शेफ लव माथुर,शेफ रूपम सरकार एवं श्री सुवेंदु बनर्जी निर्णायक की भूमिका में उपस्थित रहे।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुश्री सुमिता सरोच सहायक निदेशक पर्यटन विभाग, उदयपुर एवं सहायक कमिश्नर देवस्थान विभाग की सुश्री प्रियंका भट्ट उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता में रश्मि अछवानी प्रथम, शीतल गुनेचो द्वितीय एवं संतोष गुप्ता तृतीय रही। अविनाश सोनी ने विद्यार्थी वर्ग में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया। मुख्य विजेता रश्मि अछवानी रहीं जो की ग्रांड फिनाले के लिए नई दिल्ली जायेंगी।
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