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52 दिव्यांग व निर्धन जोड़ों की ठाठ से निकली बिंदौली

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09 Sep 18
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52 दिव्यांग व निर्धन जोड़ों की ठाठ से निकली बिंदौली उदयपुर। मंगल घडिय़ों ने जब दस्तक दी तो चेहरे उल्लास से दमक उठे। खुशियों में मग्न होकर झूमते लोगों के साथ शादी के जोड़े में बग्घियों पर सवार होकर निकले दूल्हा-दुल्हन को देख मन हर्षा गए। बैंड-बाजों का धूम-धड़ाका, रिमझिम फुहारों का स्वागत, सत्कार और दिव्यांग जोड़ों की खुशियों में शरीक होने देश के कोने-कोने से आए सैंकड़ों लोग। अवसर था नारायण सेवा संस्थान की ओर से शनिवार को आयोजित विशाल नि:शुल्क दिव्यांग तथा निर्धन सामूहिक विवाह समारोह की भव्य बिंदौली का। बिन्दौली को मध्यप्रदेश सरकार के सूचना आयुक्त आत्मदीप, नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक कैलाश ‘मानव’, सहसंस्थापिका कमलादेवी अग्रवाल, अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, दिलखुश सेठ एवं नितिन पारीक ने झंडी दिखाकर रवाना किया।

कैलाश ‘मानव’ ने बताया कि बिंदौली में नाचते-गाते निकले देश के कोने-काने से आए लोगों ने दिव्यांग जोड़ों पर स्नेह का ऐसा उल्लास बिखेरा कि देखने वाले भी भाव विभोर होकर थिरक उठे। भव्य बिंदौली में 52 जोड़े सजी-धजी बग्घियों पर सवार हुए। बग्घियों के पीछे बाराती उल्लासित हो नाचते-गाते चले। बिंदौली में देशभक्ति तरानों, सदाबहार गीतों, लोकगीतों के साथ ही गुजराती, मराठी तरानों पर लोग जमकर थिरके। बिंदौली सूरजपोल, बापू बाजार से होते हुए देहलीगेट पहुंची। रास्ते में जगह-जगह स्वागत द्वार पर भव्य स्वागत किया गया। बिंदौली में कई दिव्यांग भाई-बहन भी शामिल हुए।

इससे पहले नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक कैलाश ‘मानव’, सह संस्थापिका कमलादेवी अग्रवाल, अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, निदेशक वंदना अग्रवाल, ट्रस्ट्री देवेंद्र चौबीसा, जगदीश आर्य की मौजूदगी में भामाशाह सम्मान एवं कृत्रिम अंग उपकरण वितरण कार्यक्रम हुआ जिसमें रानी दुलानी मुम्बई, पंकज चौधरी हैदराबाद, कुसुम गुप्ता दिल्ली, आरएस अरोड़ा दिल्ली, बालकृष्ण तिवारी इंदौर, रामजीभाई सूरत आदि सम्मानित दानदाताओं ने आशीर्वचन के बीच दिव्यांगजनों का कृत्रिम अंग व उपकरण वितरित किए। समारोह में 1510 भामाशाहों का सम्मान किया गया। संचालन महीम जैन ने किया। जगदीश व योगेश ने व्हील चेयर पर डांस परफॉरमेंस देकर सबको रोमांचित कर दिया।

इसके बाद मेहंंदी की रस्म शुरू हुई जिसमें बारी-बारी से सभी दिव्यांग वधुओं के हाथों में मेहंदी रची। यहां मेहंदी रस्म के पारम्परिक गीतों ने भी समां बांधा। इसके बाद सबने पांडाल में प्रथम पूज्य गणपतिजी का आशीर्वाद लिया।

सामूहिक विवाह समारोह रविवार को

संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि रविवार 9 सितंबर को लियों का गुड़ा स्थित संस्थान के मुख्यालय में भव्य सामूहिक विवाह समारोह होगा जिसमें राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश सहित देश के कई राज्यों के जोड़े एक-दूसरे का हाथ थामेंगे। इनमें एक सिख समुदाय का जोड़ा भी शामिल है। कई दूल्हा-दुल्हन जन्मजात या फिर किसी दुर्घटना की वजह से नि:शक्तता का दंश झेल रहे हैं तो कुछ में एक भावी जीवन साथी नि:शक्त है। विवाह स्थल पर 52 विवाह वेदियां तैयार की गईं हैं। मुख्य आचार्य के मार्गदर्शन में विवाह की सभी रस्में विधि विधान के साथ संत समुदाय की मौजूदगी व धर्म माता-पिता के आशीर्वाद के बीच संपन्न होंगी। रविवार सुबह 10 बजे तोरण और वरमाला की रस्में संपन्न होंगी। शुभ मुहूर्त में पाणिग्रहण संस्कार होगा। वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान करने के लिए गुजरात, दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, मेरठ, आगरा, पंजाब, जोधपुर, सूरत, राजकोट आदि शहरों से भी संस्थान के सहयोगी एवं अतिथिगण पधारे हैं। कार्यक्रम का सजीव प्रसारण फेसबुक और यू ट्यूब पर नारायण सेवा संस्थान के पेज पर किया जा रहा है।






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