उदयपुर । सकल दिगम्बर जैन समाज एवं श्री भारत वर्षीय दिगम्बर जैन (तीर्थ संरक्षिणी) महासभा के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को जूनागढ़ (गुजरात) स्थित भगवान नेमीनाथ की मोक्ष स्थली गिरनार पर्वत की पांचवीं टोंक पर कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा जबरन कब्जा किये जाने के विरोध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन दिया गया।
सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत ने बताया कि जूनागढ़ (गुजरात) स्थित आस्था का केन्द्र प्राग ऐतिहासिक भगवान नेमीनाथ की मोक्ष स्थली गिरनार पर्वत की पांचवीं टोंक पर कतिपय स्वार्थी तत्वों द्वारा जबरन कब्जा कर मोन्यूमेट के बदलाव किया जा रहा है। जबकि यह सदियों से जैन समाज का पूजा स्थल है। इस पर अवैध रूप से धार्मिक अधिकार एवं पूजा से वंचित करने से सकल दिगम्बर जैन समाज में जबर्दस्त आक्रोश है।
ज्ञापन में केन्द्र एवं गुजरात सरकार से मांग की गई है कि गिरनार पर 15 अगस्त 1947 से पूर्व की स्थिति बहाल की जाए। ज्ञापन में यह भी चेतावनी दी गई कि अगर समय रहते गिरनार से कतिपय लोगों के कब्जों को हटा कर वह आस्था का स्थल सकल दिगम्बर जैन समाज को नहीं सौंपा गया तो देश भर में सकल जैन समाज उग्र आन्दोलन करेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी केन्द्र व गुजरात सरकार की होगी।
ज्ञापन देने वालों में शांतिलाल वेलावत, सेठ शांतिलाल नागदा, सुरेश पदमावत, प्रकाशसिंघवी, सुमतिलाल दुदावत, भंवरलाल मुण्डलिया, राजेश बी. शाह, पारस चित्तौड़ा, नजरसिंह कोटडिय़ा, अशोक गोधा, कुन्तीलाल जैन, ताराचन्द जैन, लक्ष्मीलाल बोहरा, रमेश वगेरिया, नाथूलाल खड़ुलिया, रोशनलाल चित्तौड़ा, मीठालाल फान्दोत, राजेन्द्र कोठारी, सुन्दरलाल डागरिया आदि समाजजन शामिल थे।
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