उदयपुर पीड़ित मानवता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध नारायण सेवा संस्थान ने उपचार में मदद कर समय पूर्व प्रसव से जन्मी बच्ची और उसकी माँ के प्राण बचा लिए।
संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर निवासी कल्पना के यहाँ एक हॉस्पिटल में साढ़े 6 माह के अपरिपक्व दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। जिनमें से एक की कुछ घंटों बादमृत्यु हो गई जबकि दूसरे शिशु और माता के प्राण संकट में पड़ गए।प्रसव के लिये साथ आए कल्पना के गरीब मजदूर पति विनय के पैरों तले जमीन खिसक गई। जीवंता हॉस्पिटल में नैनोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ सुरेश जांगिड़ की देखरेख में इलाज चला, इलाज खर्चीला तो था ही पर उन्हें बेटी और समय पूर्व जन्मी के प्राण बचाने की अधिक चिंता थी।तभी उन्हें हॉस्पिटल में किसी ने नारायण सेवा संस्थान से आर्थिक मदद के लिए संपर्क करने को कहा। अग्रवाल ने आगे बताया संस्थापक पद्मश्री कैलाश मानव के निर्देश पर अविलंब सहायता पहुँचाई गई। करीब 3 माह के इलाज के बाद कल्पना और उसकी बालिका अब स्वस्थ हैं। संस्थान ने हॉस्पिटल को 1.80लाख रुपये का भुगतान कर समय पूर्व जन्मी बालिका को "दुर्गा" नाम देकर उसके सौभाग्य की कामना की । निदेशक वंदना अग्रवाल ने कल्पना को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाते हुए परिवार के गुजर बसर के लिये एक माह की राशन सामग्री भेंट की।