उदयपुर। राज्य विधानसभा का २० फरवरी के प्रस्तावित बजट प्रदेश के वित्तीय वर्ष २०२०-२१ के बजट में मेवाड समेत समूचे प्रदेश को बडी उम्मीदें हैं। विशेष रुप से फिल्म इंडस्ट्री एवं कलाकार वर्ग को बजट में फिल्म सिटी की घोषणा होने की पूरी उम्मीद है।
मुकेश माधवानी ने बताया कि गौरतलब है की फिल्म सिटी हेतु उदयपुर जिला प्रशासन ने पिछले दिनों गोगुंदा क्षेत्र में ५२६ बीघा भूमि भी चिन्हित कर ली है तथा विस्तृत प्रस्ताव बनाकर राजस्व विभाग को भेज दिया गया है। ऐसे में आने वाला यह बजट राजस्थान के कलाकारों हेतु एक बडी सौगात लेकर आएगा ऐसी पूरी उम्मीद की जा रही है।
प्रदेश में बढेगा पर्यटन , मिलेंगे रोजगार
अखिल राजस्थान फिल्म समिति के मुकेश माधवानी ने बताया कि उदयपुर शहर फिल्म सिटी हेतु एक उपयुक्त स्थान है जो अपनी खूबसूरती हेतु देश दुनिया में विख्यात है. उदयपुर में अगर फिल्म सिटी की स्थापना की घोषणा सरकार करती है तो निश्चित रूप से पर्यटन तो बढेगा ही साथ ही रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। पिछले दिनों खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी फिल्मसिटी हेतु उदयपुर को ही सर्वश्रेष्ठ बताया था।
राजस्व की कमीं से जूझ रही सरकार हेतु वरदान साबित होगी फिल्म सिटी’-
इन दिनों देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरीके से चरमराई हुई है। कई विभागों के पास पर्याप्त बजट नहीं उपलब्ध होने के कारण करोडों के विकास के कार्य अटके हुए हैं। स्वयं मुख्यमंत्री गहलोत ने भी विधानसभा में बजट की कमी बताई थी तथा इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया था। फिल्म सिटी की स्थापना से प्रत्यक्ष रूप से सरकार को करोडों रुपए राजस्व प्राप्त हो सकेगा साथ ही आदिवासी बाहुल्य दक्षिण राजस्थान में करीब एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सकेगा।