जनजातीय गौरव वर्ष - 2025 :कॉलेजों में युवा जनजाति अस्मिता की संघर्ष गाथा से हुए रूबरू

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Published on : 04 Nov, 25 15:11

महाविद्यालयों में भाषण, निबंध व चित्रकला स्पर्धाएं


उदयपुर, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में जनजाति गौरव वर्ष के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस क्रम मेंमंगलवार को राजस्थान के सभी जिलों के राजकीय व निजी महाविद्यालयों में जनजातीय नायक भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और योगदान पर आधारित प्रेरक गतिविधियाँ आयोजित की गई।

उदयपुर जिले में राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, राजकीय महाविद्यालय बड़गांव, मावली, ऋषभदेव, खेरवाड़ा, गोगुंदा, कुराबड़, भिंडर, कोटड़ा, झाड़ोल व फलासिया सहित विभिन्न कॉलेजों में भाषण, निबंध लेखन व चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन आयोजनों में लगभग 3200 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रमों के दौरान विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष, आदिवासी समाज के उत्थान हेतु उनके योगदान और स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका को स्मरण किया। वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपने अल्प जीवन में समाज में चेतना का संचार किया और स्वाभिमान, शिक्षा तथा आत्मनिर्भरता का संदेश दिया।

राज्य के सभी जिलों में इसी प्रकार के आयोजन हुए जिनमें विद्यार्थियों ने ‘धरती आबा’ बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया।


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