शहर के प्रमुख निजी अस्पतालों में आग जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को नगर निगम उदयपुर के अग्निशमन विभाग की ओर से प्रशिक्षण एवं पूर्वाभ्यास (मॉक ड्रिल) का आयोजन किया गया। इस दौरान अस्पतालों में फायर फायरिंग सिस्टम को परखा गया साथ ही आपात स्थिति में किए जाने वाले उपायों के संबंध में जागरूक किया गया।
जिला कलक्टर एवं नगर निगम प्रशासक नमित मेहता तथा आयुक्त अभिषेक खन्ना के निर्देशानुसार उप निदेशक (क्षेत्रीय) स्थानीय निकाय विनोद कुमार के सानिध्य में सुबह 11 बजे गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल तथा दोपहर 2 बजे पैसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उमरड़ा तथा पैसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, भीलों का बेदलामें मॉक ड्रिल की गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी बाबूलाल चौधरी के नेतृत्वमें सहायक अग्निशमन अधिकारी नवदीपसिंह बग्गा एवं टीम ने प्रशिक्षण दिया। इस दौरान अस्पताल में आग लगने पर मरीजों को बचाने का डेमो भी किया गया। साथ ही अस्पताल स्टाफ ने फायर ब्रिगेड की टीम की देखरेख में उपकरणों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया और आपसी समन्वय के साथ निकासी अभ्यास किया। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने भी अपने अनुभव साझा किए और विभिन्न प्रकार की आग तथा उपयुक्त अग्निशमन विधियों की जानकारी दी।
श्री चौधरी ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य अस्पतालों में सुरक्षा प्रणाली को मजबूतबनाना, अस्पतालों में आग जैसी आकस्मिक स्थितियों में मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। इस दौरान कर्मचारियों को बताया गया कि आग लगने की स्थिति में कैसे त्वरित प्रतिक्रिया देनी चाहिए, किस प्रकार फायर एक्सटिंग्विशर का उपयोग करना है और आपातकालीन निकासी प्रक्रिया को कैसे अमल में लाना है।
उल्लेखनीय है कि अग्निशमन विभाग की ओर से गत दिनों महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय में भी अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मॉकड्रिल की थी।