पोकरण में उमड़ा जनसैलाब, फूलों की बारिश के बीच

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Published on : 06 Oct, 25 05:10

केंद्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का जन्मोत्सव बना जनउत्सव गाजे-बाजे एवं गुलाब की पंखुड़ियों से किया गया स्वागत

पोकरण में उमड़ा जनसैलाब, फूलों की बारिश के बीच

जैसलमेरकेन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का जन्मोत्सव पर स्वागत कार्यक्रम पोकरण में आत्मीयता के साथ मनाया गया  पूरे नगर में उत्सव जैसा माहौल रहाजैसलमेर दृ पोकरण मार्ग पर अनेक स्थानों पर आमजन एवं कार्यकर्ताओं ने स्वागत द्वारपुष्प सज्जा और बैनर-पोस्टर लगाकर अपने प्रिय नेता का स्वागत किया।

     पोकरण पहुंचने पर गाजे-बाजेढोल-नगाड़ों और आतिशबाज़ी के बीच जनसैलाब उमड़ पड़ा। नगरवासियों एवं कार्यकर्ताओं ने जेसीबी की कतार लगाकर एवं फूलों की वर्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री का भव्य स्वागत किया। कार्यक्रम में पोकरण विधायक महंत श्री प्रतापपुरी महाराज के सानिध्य में सैकड़ों कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। इस अवसर पर गुलाब की पंखुड़ियों से पगडंडी सजाई गईजिस पर से होकर केंद्रीय मंत्री मंच तक पहुंचे।

      लंगा कलाकारों ने किया स्वागतलोक संगीत से गूंजा पोकरण

      ख्यातनाम लंगा कलाकार पद्मश्री अनवर खान और उनकी टीम ने पारंपरिक मारवाड़ी लोक गीतों और स्वागत गीतों की प्रस्तुति देकर माहौल को संगीतमय बना दिया। गीतों के बीच तालियों की गूंज एवं “गज्जू बन्ना जिंदाबाद के नारे लगातार लगते रहे।

     जनसेवा का उपहार

     केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत ने सेन समाज धर्मशाला में सभा कक्ष का लोकार्पण। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने सांसद कोष से साढ़े सात लाख रुपए का बजट आवंटित किया था। जन्मोत्सव के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत ने पोकरण पंचायत समिति परिसर स्थित सेन समाज धर्मशाला में नव निर्मित सार्वजनिक सभा कक्ष का लोकार्पण किया। यह कक्ष सांसद मद से साढ़े सात लाख रुपये की लागत से निर्मित हुआ है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराना उनका कर्तव्य हैऔर यह कार्य जनआशीर्वाद से ही संभव है।

 

      भावुक हुए श्री शेखावतबोले कि आप सब ही मेरी असली शक्ति हैं

      जन्मोत्सव कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मंच से भावुक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि “जीवन का प्रत्येक क्षण हमें मृत्यु के एक कदम और करीब ले जाता है। जन्म और मृत्यु ईश्वर द्वारा तय की गई यात्रा का हिस्सा हैं। जन्मदिन इस बात का अवसर है कि हम सोचें अब तक हमने क्या पायाक्या कमायाऔर जीवन को कितना सार्थक बनाया। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले तीन दिनों में जो प्रेमस्नेह और अपनापन देखावह मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। परसों रात से लेकर आज तकहर क्षण कार्यकर्ताओं का उत्साह और समर्पण मुझे नई ऊर्जा देता रहा। साथ हीकहा कि हमारी पार्टी की शक्ति केवल उसके नेतृत्व में नहींबल्कि उसके कार्यकर्ताओं में निहित

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