उदयपुर। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिन्धी बाजार में रविवार को अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग राजस्थान, अजमेर डॉ. रमेश चन्द्र मीणा ने औचक निरीक्षण किया। उन्होंने औषधालय की व्यवस्थाओं, सफाई, चिकित्सा सेवाओं एवं पंचकर्म विभाग का जायजा लिया। इस अवसर पर चिकित्सा प्रभारी डॉ. शोभालाल औदीच्य सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
निरीक्षण के दौरान डॉ. मीणा ने औषधालय की स्वच्छता, औषध वितरण व्यवस्था, रोगी परामर्श कक्ष तथा रिकॉर्ड प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह औषधालय वास्तव में विभाग के लिए एक “मॉडल औषधालय” के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने चिकित्सा प्रभारी डॉ. शोभालाल औदीच्य की व्यवस्थाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की सेवाएँ अन्य औषधालयों को भी प्रेरित करेंगी।
डॉ. मीणा ने विशेष रूप से औषधालय में नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला एक श्रेष्ठ आयुर्वेदिक संस्कार है, जिससे बाल स्वास्थ्य में सकारात्मक सुधार देखा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों को स्वयं स्वर्ण प्राशन करवाया तथा अभिभावकों से संवाद कर उनके अनुभव जाने। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल अन्य औषधालयों में भी नियमित रूप से की जानी चाहिए ताकि समाज में आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़े।
औषधालय की सफाई व्यवस्था, रोगियों के साथ स्टाफ के व्यवहार और सेवाओं की गुणवत्ता देखकर डॉ. मीणा ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने चिकित्सा प्रभारी डॉ. औदीच्य को कहा कि यहां की टीम ने सीमित संसाधनों में भी उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्होंने कहा कि नर्स कम्पाउंडर और अन्य रिक्त पदों को शीघ्र भरने का प्रयास किया जाएगा ताकि सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।
डॉ. मीणा ने पंचकर्म विभाग का भी निरीक्षण किया और उपचाराधीन रोगियों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। रोगियों ने बताया कि पंचकर्म चिकित्सा से उन्हें जोड़ों के दर्द, कमर दर्द, सर्वाइकल, मोटापा आदि रोगों में उल्लेखनीय राहत मिली है।
डॉ. मीणा ने इस विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि पंचकर्म चिकित्सा केवल रोगनिवारक नहीं बल्कि जीवनशैली को संतुलित करने वाली प्रणाली है।
इस अवसर पर औषधालय प्रभारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि औषधालय में प्रतिदिन सैकड़ों रोगियों को परामर्श, औषधि वितरण, पंचकर्म उपचार, योग परामर्श तथा स्वर्ण प्राशन संस्कार जैसी सेवाएँ दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही यहाँ पंचकर्म चिकित्सा शिविर, डायबिटीज निवारण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
अंत में डॉ. मीणा ने कहा कि राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय, सिन्धी बाजार अन्य औषधालयों के लिए प्रेरणास्रोत है। यदि प्रत्येक औषधालय इसी प्रकार अनुशासन, स्वच्छता और सेवा भावना से कार्य करे तो राजस्थान में आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था देशभर में उदाहरण प्रस्तुत करेगी।