एम्पल मिशन अवॉर्ड्स ऑफ इंस्पिरेशन 2025 ने ऐसे असाधारण व्यक्तियों को एक साथ लाया जिनका जीवन साहस, बलिदान और राष्ट्र सेवा का प्रतीक है। इस पहल की स्थापना 2014 में प्रख्यात उद्योगपति और समाजसेवी डॉ. अनील काशी मुरारका ने की थी। बीते एक दशक में यह मंच भारत के अनसुने नायकों को सम्मानित करने का एक विशिष्ट अवसर बन चुका है।
2025 का संस्करण, चर्चगेट स्थित के.सी. कॉलेज में आयोजित हुआ, जिसमें रक्षा, नागरिक सेवा, कला, पर्यावरण और जन सुरक्षा जैसे विविध क्षेत्रों के उपलब्धिकारियों का सम्मान किया गया।
पुरस्कृत लोगों में शामिल थे कैप्टन प्रदीप पटनायक, कारगिल युद्ध के वीर, जिन्होंने भारी गोलाबारी के बीच अद्भुत साहस दिखाते हुए सैनिकों का मनोबल बनाए रखा और शहीदों को सम्मानित किया। डॉ. (कैप्टन) कांति मुखर्जी, जिन्होंने 1971 भारत-पाक युद्ध के दौरान हमारे वीरों को चिकित्सकीय सेवा प्रदान कीं। लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार सिन्हा, जिन्हें न केवल युद्ध क्षेत्र की बहादुरी के लिए बल्कि भारत के युवाओं को प्रेरित और मार्गदर्शन देने के निरंतर प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।
नौसेना से, लेफ्टिनेंट कमांडर निधि तनेजा को सम्मानित किया गया, जो वेटरन, पर्वतारोही और प्रशिक्षक हैं और जिन्होंने युवतियों को सेवा और साहस अपनाने की प्रेरणा दी और कमांडर विजय प्रताप सिंह, कारगिल हीरो और रक्षा प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ।
वायुसेना से, ग्रुप कैप्टन योगेश पाई, एक कुशल पायलट और मार्गदर्शक। और फ्लाइंग ऑफिसर इतीशा चौहान, जिन्होंने कारगिल के दौरान महत्वपूर्ण एयर ऑपरेशन्स संभाले और आगे चलकर विदेशों में नेतृत्व की भूमिकाएँ निभाईं।
इसके अलावा वीरता के कार्य भी रेखांकित किए गए। पी.एस.आई मंगेश नाइक, जिन्होंने 26/11 आतंकी हमलों के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में अहम भूमिका निभाई, उन्हें अटूट कर्तव्य भावना के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया गया। नौलेश कुमार, कोस्ट गार्ड अधिकारी, जिन्होंने समुद्र में रात के समय साहसी रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व किया। वहीं डिप्टी कमांडेंट भूपेंद्र सिंह को अपने विश्लेषण और साहस से संभावित समुद्री आपदा टालने के लिए सम्मानित किया गया।
पुरस्कार केवल वर्दीधारी सेवाओं तक सीमित नहीं रहे। आम नागरिकों और परिवर्तन लाने वाले व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। प्रसिद्ध रेडियो जॉकी देवांगना चौहान और सलिल आचार्य को रेडियो और मीडिया में योगदान तथा आधुनिक प्रसारण की आवाज़ बनने के लिए सम्मानित किया गया। कलाकार और सांस्कृतिक नवप्रवर्तक बृंदा मिलर, को कला के क्षेत्र में दशकों के योगदान और प्रसिद्ध काला घोड़ा फेस्टिवल का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ. उदयकुमार शिरोर्कर, वकील और कार्यकर्ता, को मजदूरों के अधिकारों और सामुदायिक सुधार के लिए अथक प्रयासों हेतु सम्मानित किया गया। अनिता पाटिल, संजय गांधी नेशनल पार्क की पहली महिला फील्ड डायरेक्टर, को संरक्षण और वन्यजीव सुरक्षा में उल्लेखनीय कार्य हेतु सम्मानित किया गया। नज़ीम शेख, जिन्हें मुंबई का 'एक्वामैन' कहा जाता है, को 300 से अधिक ज़िदगियां डूबने से बचाने के लिए सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, मुंबई हवाई अड्डे के सीआईएसएफ अधिकारियों को लाखों यात्रियों की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में सतर्कता और ईमानदारी के लिए सम्मानित किया गया।
अवसर पर बोलते हुए डॉ. अनील काशी मुरारका ने कहा, “यहाँ प्रत्येक पुरस्कार विजेता की कहानी यह साबित करती है कि वीरता पहचान के बारे में नहीं है, बल्कि ज़िम्मेदारी के बारे में है। कोई देश की सीाओं पर पहरा दे रहा है, कोई सड़कों और समुद्र में ज़िंदगियाँ बचा रहा है, तो कोई हमारी संस्कृति, पर्यावरण और न्याय की रक्षा कर रहा है। उनकी कहानियाँ हमें यह याद दिलाती हैं कि प्रेरणा केवल किताबों या फिल्मों तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारे आसपास है, उन लोगों में, जो सेवा को स्वयं से ऊपर रखते हैं। एम्पल मिशन के माध्यम से हमारा सौभाग्य है कि हम इन अद्भुत व्यक्तित्वों का सम्मान करें, जिनकी कहानियाँ आने वाली पीढ़ियों तक याद रखी जाएंगी, सराही जाएंगी और प्रेरणा देती रहेंगी।”