उदयपुर, सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु सुनीता मिश्रा को उनके विवादित बयान के बाद राज्यपाल हरिभाऊ वांगडे ने कार्यवाही करते हुए लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। इसके साथ ही महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MPUT) के कुलगुरु अजीत कुमार कर्नाटका को सुखाड़िया विश्वविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपने के आदेश जारी किए गए हैं। यह जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ. सीमा चंपावत ने दी।
विवाद और राजनीतिक दबाव
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि उदयपुर प्रवास पर आए उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा से ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, जिला महामंत्री देवीलाल सालवी और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ. पंकज बोराणा ने मुलाकात कर कुलगुरु के विवादित बयान पर कार्यवाही की मांग की थी। उच्च शिक्षा मंत्री ने इस पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
मुद्दा और विरोध
विवाद तब शुरू हुआ जब कुलगुरु सुनीता मिश्रा ने एक कार्यक्रम के दौरान मुगल शासक औरंगजेब को कुशल प्रशासक बताया। इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और अन्य संगठनों ने विरोध प्रदर्शन और धरना शुरू कर दिया।
प्रतिक्रिया
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ. पंकज बोराणा ने राज्यपाल के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम स्वागत योग्य है और संपूर्ण मेवाड़वासी इसका आभार व्यक्त करते हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सुनीता मिश्रा को कुलगुरु पद से पूर्ण रूप से हटा नहीं दिया जाता, आंदोलन जारी रहेगा।