उदयपुर। सूरजपोल स्थित दादावाड़ी में शुक्रवार को दादा गुरुदेव इकतीसा का 108 बार वाचन चातुर्मास के लिए विराजित साध्वी विरलप्रभा श्रीजी आदि ठाणा 3 की पावन निश्रा में गुरु मंदिर में हुआ।
ट्रस्ट अध्यक्ष राज लोढ़ा ने बताया कि भगवान महावीर के 76 वें पट्टधर श्री पूज्य परंपरा के 39 वें पट्टधर जंगम युगप्रधान वृहद भट्टारक खरतर गच्छाधिपति श्री पूज्य श्री विजयेंद्र सुरीश्वर जी मा. सा. के शिष्य छड़ीदार कवि श्री गोपाल जी यति ने प्रगट प्रभावी दादा गुरुदेव इकतीसा की रचना की थी , उसी तिथि वार के संयोग से आज उसका सामूहिक 108 बार वाचन किया गया।
ट्रस्ट सचिव दलपत दोशी ने बताया कि जो इकतीसा सच्ची श्रद्धा भक्ति से गान करते हैं गुरु भगवंत उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करते हैं। इस अवसर पर दादावाड़ी ट्रस्ट मंडल, अखिल भारतीय खरतर गच्छ युवा परिषद्, महिला परिषद् एवं वासुपूज्य दादा भक्ति मंडल के सदस्य तथा बहुत से गुरु भक्त उपस्थित रहे।