श्रीगंगानगर, जिला कलक्टर डॉ. मंजू एवं जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन के नेतृत्व में जारी नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के तहत एवं सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय एवं जनसुरक्षार्थ श्रद्धांजलि स्वरुप नई किरण नशा मुक्ति केंद्र डॉ. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय श्रीगंगानगर में विशेष काउंसलिंग एवं मोटिवेशनल कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के श्री विक्रम ज्याणी ने छात्रों से कहा कि आज की पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती जिम्मेदारी और सही चुनाव की है। जिंदगी को सफल बनाने के लिए हमें अपने विचार और आदतों को बदलना होगा। सकारात्मक नजरिया विकसित करें और भटकाव से बचें। उन्होंने कहा कि मीडिया में नशे को आनंद का माध्यम दिखाया जाता है, जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल भिन्न होती है। युवाओं को चाहिए कि वे गलत आदर्शों को अपनाने के बजाय गुणवत्तापूर्ण और जिम्मेदार युवा बनने की दिशा में कदम बढ़ाएं।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिंदगी बार-बार मौका नहीं देती, यह आपके फैसलों पर निर्भर करती है कि आप इसे किस दिशा में ले जाते हैं। हमारा उद्देश्य युवाओं को नशे के खतरे से अवगत करवाना, उन्हें सही दिशा में प्रेरित करना और समाज में नशामुक्त वातावरण बनाने के लिए जागरूकता फैलाना है। आज से सभी युवा संकल्प लें कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे और अपने परिवार, दोस्तों और समाज को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे। इसके लिए सभी युवाओं को सुरक्षा कवच बैज वितरित किये गये।
कार्यशाला में मौजूद युवाओं ने इस संदेश को गंभीरता से लिया और समाज में नशामुक्त वातावरण बनाने की शपथ ली। डॉ. रिंकू चावला ने सभी विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रहकर उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित करना है। नशा सिर्फ शारीरिक और मानसिक नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन को भी बर्बाद कर सकता है।