वेदों में अनुसंधान की दिशाएं पर विचार 

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Published on : 13 Sep, 25 05:09

साहित्य संस्थान जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू विश्वविद्यालय), उदयपुर एवं महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद

वेदों में अनुसंधान की दिशाएं पर विचार 

विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन के संयुक्त प्रावधान में आयोजित वेदज्ञान सप्ताह के  व्याख्यान माला के रतिया दिवस पर सरस्वती की वंदना कार्यक्रम किया गया 

    कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन करते हुए निंबार्क शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय उदयपुर के प्राचार्य डॉ हनुमान शर्मा जी ने संस्था का परिचय देते हुए विचार व्यक्त किए। 

     कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो, नीरज शर्मा संस्कृत विभागाध्यक्ष,  मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए वेदों में सूर्य,, आत्मा का परमात्मा से मिलन, वेदो का अर्थ, उपनिषद, शाखाएं, रिचा, धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष, चारों पुरुषार्थों, योग व्यायाम, संध्या वंदन, गायत्री वदन, शिक्षा व शिक्षक के बारे में आदि पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किए। 

 

कार्यक्रम का संचालन डॉ कुलशेखर व्यास ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर महेश आमेटा ने किया। निंबार्क कॉलेज के सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिय।


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