जैसलमेर। जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण सेवा शिविर का उद्देश्य शहर व गांव को आत्मनिर्भर, स्वच्छ, जागरूक और सशक्त बनाना है इन शिविरों के माध्यम से जनसहभागिता को बढ़ावा देना, सरकारी सेवाओं की सीधी पहुंच सुनिश्चित करना एवं राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना प्रमुख लक्ष्य रहेगा।
जिला कलक्टर सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में शहरी एवं ग्रामीण सेवा शिविरों की तैयारियों के संबंध में जिला, उपखंड एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई उन्होंने कहा कि सेवा शिविरों के माध्यम से न केवल राजस्व प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण होगा, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी आमजन तक आसानी से पहुँचेगा। साथ ही, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिविरों की सफलता के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर प्रभावी क्रियान्विति एवं मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए।
17 सितम्बर से ग्रामीण सेवा शिविर होंगे प्रारंभ
अतिरिक्त जिला कलक्टर परसा राम सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा 17 सितम्बर से ग्रामीण सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविरों का उद्देश्य सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक सरकारी योजनाओं, सेवाओं एवं जागरूकता गतिविधियों को पहुँचाना है।
उन्होने ने बताया कि इस अभियान के तहत शिविर प्रथम सप्ताह बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार (17, 18, 19 व 20 सितंबर) एवं शेष अभियान के शिविर यथावत सप्ताह के प्रत्येक गुरुवार, शुक्रवार व शनिवार को आयोजित होंगे। प्रति दिन जैसलमेर जिले की पंचायत समिति की दो ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। साथ ही अभियान की अवधि तब तक होगी जब तक कि प्रत्येक पंचायत समिति की प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन न हो जाये।
शिविर में ये होंगे कार्य
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि शिविरों के तहत विभिन्न सरकारी योजना हेतु आवेदन एवं स्वीकृतियां, स्वास्थ्य शिविर, लम्बित फार्मर रजिस्ट्री, किसान गिरदावरी ऐप उपयोग के लिए प्रेरित करना, आपसी सहमति से विभाजन, नामान्तकरण, मूल निवास प्रमाण पत्र बनाना व वितरण, लंबित यूडीआईडी कार्ड वितरण, पशु स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन एवं टीकाकरण, विधायक सांसद स्थानीय क्षेत्र कार्यक्रम तथा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम (जैसे डांग मगरा मेवात इत्यादि) के तहत उपलब्ध राशि के माध्यम से स्कूल इत्यादि की मरम्मत हेतु स्वीकृतियां एवं कार्य, स्वामित्व योजना के तहत पट्टों हेतु आवेदन, स्वीकृतियां एवं वितरण, दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव के तहत 10 हजार और गांव में बीपीएल परिवारों का सर्वे, वृक्षारोपण एवं वृक्षारोपण के लिए गढढंे बनाना, पीएमजेवाई कार्ड बनाना एवं वितरण, बिजली के झूलते तारो एवं खंभों इत्यादि में सुधार, बीज मिनी के वितरण, मातृ