नवरात्रि के गरबा कार्यक्रमों में फूहड़ता, अश्लील नृत्य व फूहड गानों को रोकेगा एकलिंगनाथ सेवा संगठन

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Published on : 10 Sep, 25 09:09

-फिल्मी गाने तथा देवी देवताओं का रूप धर कर नाचने जैसे कृत्य को कडा विरोध होगा: आकाश बागडी 

नवरात्रि के गरबा कार्यक्रमों में फूहड़ता, अश्लील नृत्य व फूहड गानों को रोकेगा एकलिंगनाथ सेवा संगठन

-प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देकर गरबा संगठनों का पंजीयन करने की मांग करेंगे
उदयपुर। आगामी नवरात्रि महोत्सव के दौरान दौरान पारंपरिक गरबा व डांडिया लोकनृत्य की आड़ में आयोजित कार्यक्रमों में फूहड़, अश्लील नृत्य, फिल्मी गाने तथा देवी देवताओं का रूप धर कर नाचने जैसे कृत्य को रोकने के लिए श्री एकलिंगनाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन आंदोलन करेगा और ऐसे कार्यक्रमों को रोकेगा। इस मांग को लेकर संगठन की ओर से 11 सितंबर को जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी देंगे। 
श्री एकलिंगनाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश बागडी ने बताया कि नवरात्रि महोत्सव भारत की प्राचीन सनातन संस्कृति का गौरवशाली पर्व है। इस पर्व पर प्रत्येक सनातनी हिन्दू मातृशक्ति की आराधना करता है। हमारे लोकनृत्य गरबा तथा डांडिया भी मां दुर्गा के सम्मान में किए जाते हैं। लेकिन विगत कुछ वर्षों से व्यावसायिक तथा विकृत मानसिकता के कतिपय लोग गरबा डांडिया नाईट इवेंट की आड़ में फूहड़, अश्लील पहनावे को बढ़ावा देकर, पश्चिमी संगीत पर डांस करवा कर तथा डांसरों का देवी देवताओं जैसा मेकअप कर उनसे डांस करवा कर हमारी धार्मिक धरोहर को विकृत रूप में प्रस्तुत कर लाखों सनातनियों की भावना को आहत कर रहे हैं।
श्री बागडी ने प्रशासन पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि जो भी आयोजक गरबा, डांडिया जैसे शब्दों तथा देवी देवताओं के चित्रों का बैनर में प्रयोग कर गरबा, डांडिया नाइट आयोजित कर रहे हैं, उन्हें निर्देशित किया जाए कि आयोजन में गैर हिन्दू का प्रवेश पूर्ण वर्जित हो। अश्लील और फूहड़ पहनावा पर रोक लगाई जाए। अश्लील और फूहड़ डांस न किए जाएं। देवी देवताओं जैसे राधा कृष्ण का रूप बनाकर डांस प्रतिबंधित किया जाए। फिल्मों के डिस्को, रैप, वैले, ब्रेक डांस आदि प्रतिबंधित रहें। महिला वर्ग और पुरुष वर्ग के नृत्य कार्यक्रम अलग अलग आयोजित हों ताकि छेड़छाड़ और अपराध की आशंका न रहे।
संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री निर्मल पंडित ने कहा कि संगठन यह भी मांग करता है कि कार्यक्रम रात्रि 11 बजे तक समाप्त किया जाए ताकि घर लौटते समय माता बहनें किसी अप्रिय घटना का शिकार न बनें। ऐसे कार्यक्रम के आयोजक मंडल का पूरा बायोडाटा प्रशासन अपने पास संधारित करे ताकि कानून का उल्लंघन होने पर उनकी जबावदेही तय की जा सके। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी युवक युवतियों तथा महिला पुरुषों का रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड की कॉपी अटैच करते हुए किया जाए। कार्यक्रम से पूर्व जगह जगह आयोजित डांस ट्रेनिंग कैंप के ट्रेनरों, ट्रेनिंग स्थलों और आयोजकों का भी डाटा प्रशासन संधारित करे। यह सुनिश्चित किया जाए कि डांस ट्रेनर सनातनी हिंदू हों।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव दीपक मेनारिया ने कहा कि श्री एकलिंगनाथ सेवा संगठन का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को विकृत रूप में प्रस्तुत करने के प्रयासों को रोकना है। मंच किसी भी कीमत पर भारतीय पर्वों की पवित्रता, सुचिता, गौरवशाली परंपरा और संस्कृति पर कुठाराघात की चेष्टा सहन नहीं करेगा। प्रशासन व पुलिस को इस पर गंभीरता से कारवाई करनी चाहिए। पत्रकार वार्ता में संगठन की जिलाध्यक्ष मंजू खींची एवं चंचल ऑडिशन सिलाई प्रशिक्षण एवं ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संगठन द्वारा अब तक दो बैच पूरे किया जा चुके हैं तथा तीसरा बैच भी शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा। संगठन द्वारा  जोधपुर व गोगुंदा में भी प्रशिक्षण शिविर चलाए जा रहे हैं। महिला कार्यकर्ता किरण जैन एवं रिया जैन ने भी संगठन द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी


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