बाँसवाड़ा शहर में किशनपोल स्थित बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज प्रतिवर्ष चर्चा का विषय बना हुआ है । भागीरथ ऋषि द्वारा माँ गंगा का अवतरण व गणेश बाललीला की थीम पर गणेशजी की झांकी सजाई गई है । बाँसवाड़ा के बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज ने गणेश चथुथÊ के पावन अवसर पर से गणपति जी की प्रतिमा स्थापित की है. गणेश चतुर्थी का पर्व चल रहा है. इसलिए गणेशजी तो सभी पंडालों में नजर आ रही हैं. लेकिन यहां पर आकर्षण का केंद्र माँ गंगा का अवतरण जो गणेश जी के ठीक बगल में रखा गया है. जिसे देखने के लिए भक्तों की भीड़ लग रही हैं. स्थानीय लोगो द्वारा किये गए इस कार्य को भक्तों द्वारा सराहा भी गया है ।
किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल द्वारा बताया गया है कि हर बार यहा पर दर्शनार्थियों का ताता़ लगता है और हर कोई दर्शन करके भाव विभोर हो जाता है । मण्डल को इस झांकी को तैयार करने में 2 महिने का समय लगा है । झांकी को थर्मोकाॅल, लोहा, मिट्टी आदि से डिजाइन किया गया है । इस झांकी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बाँसवाड़ा जिले की एक मात्र चलचलित सम्पूर्ण रुप से कम्प्यूटराईज़्ाड आॅटोमेटिक झांकी है । आपको बता दिया जाए कि यह मण्डल प्रतिवर्ष चर्चा का विषय रहता है एवं सभी पाण्डालों से हट कर झांकी तैयार करता है जैसे की - श्री राम मंदिर माॅडल, प्रभु रथ में हुए सवार, कालिया मर्दन, सागर मंथन, मटकी फोड़ आदि झांकी प्रतिवर्ष स्थापित कर आकर्षण का केन्द्र बना रहता है । इस किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल तेली समाज को भारत साधुसमाज के महामंत्री - महामण्डलेश्वर हरिओमदासजी महाराज पीठाधीश्वर तपोभूमि लालीवाव मठ द्वारा संकल्प भी दिलाया गया है कि प्रतिवर्ष छोटी प्रतिमां स्थापित कि जाए तो यह बालमुकुन्द गणेश मण्डल प्रतिवर्ष 2 से 3 फिट की छोटी प्रतिमां स्थापित करता है एवं उन्हीं के मार्गदर्शन में झांकी तैयार करता है । इस वर्ष बालमुकुन्द मण्डल की प्रतिमा मात्र 20 इंच की है और थर्माकोल से झांकी तैयार करने के बाद 10 फिट की है वह भी बाँसवाड़ा शहर के माने जाने कलाकार मांगीलालजी प्रजापत परिवार द्वारा मिट्टी से बनाई गई है ।
रजत छत्र से सुशोभित होकर दर्शन
एक और विशेष बात यह है कि पीछले वर्ष से बालमुकुन्द गणेशजी 3किलो रजत छत्र से सुशोभित होकर भक्तों को दर्शन दे रहे है ।
प्रतिभा सम्मान समारोह एवं महाप्रसादी भण्डारा 4 सितम्बर को
प्रतिवर्ष के भांति इस वर्ष भी किशनपोल बालमुकुन्द गणेश मण्डल में प्रतिभा सम्मान समारोह एवं महाप्रसादी का आयोजन 4 सितम्बर गुरुवार को किया जाएगा । जिसमें समाज के अनेकों प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा । प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि भारत साधु समाज के महामंत्री महामण्डलेश्वर श्री हरिओमदासजी महाराज लालीवाव मठ पीठाधीश्वर होंगे ।
सायं 7 बजे से पांडाल में दर्शनार्थियों का ताता
आपको बता दिया जाता है कि इस मण्डल में सायं 7 बजे से भक्तों का ताता लगता है दर्शन के लिए हर कोई दर्शन करके भाव विभोर हो जाता है एवं हर दर्शनार्थी मोबाईल से फोटो, विडियो और सेल्फी लेकर जाता है । बालमुकुन्द गणेश मण्डल में सायं 7 बजे से दर्शन चालु होते है जो भौर रात्रि तक चलते है जिसमें 8 बजे से गणपति महापूजा, अभिषेक, भोग एवं आरती, प्रसादी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ होते है । समस्त सनातन प्रेमी सादर आमंत्रित है ।