परियोजनाएँ कई क्षेत्रों को कवर करती हैंः शहरी विकास, ऊर्जा, सड़क और रेलवे
नई दिल्ली। मेक इन इंडिया की सफलता के एक प्रमुख उदाहरण के रूप में, प्रधानमंत्री हंसलपुर में 100 से अधिक देशों में निर्यात के लिए सुजुकी के पहले वैश्विक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन ‘‘ई विटारा’’ को हरी झंडी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन करेंगे, जो हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 25-26 अगस्त को गुजरात के दौरे पर रहेंगे। वह 25 अगस्त को शाम लगभग 6 बजे अहमदाबाद के खोडलधाम मैदान में 5,400 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 26 अगस्त को सुबह लगभग 10.30 बजे, प्रधानमंत्री अहमदाबाद के हंसलपुर में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का उद्घाटन करेंगे और 100 देशों को बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात को हरी झंडी दिखाएंगे। इस अवसर पर वहां उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसमें 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 65 किलोमीटर महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, 37 किलोमीटर कलोल-कडी-कटोसन रोड रेल लाइन का आमान परिवर्तन और 860 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 40 किलोमीटर बेचराजी-रानुज रेल लाइन शामिल हैं। ब्रॉड-गेज क्षमता बढ़ने से, ये परियोजनाएं क्षेत्र में सुगम, सुरक्षित और अधिक निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेंगी। इससे क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देते हुए दैनिक यात्रियों, पर्यटकों और व्यवसायों के लिए यात्रा में काफी आसानी होगी। इसके अलावा, कटोसन रोड और साबरमती के बीच यात्री ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से धार्मिक स्थलों तक बेहतर पहुंच उपलब्ध होगी और जमीनी स्तर पर आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा। बेचराजी से कार-लोडेड मालगाड़ी सेवा राज्य के औद्योगिक केंद्रों से संपर्क बढ़ाएगी, लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को मजबूत करेगी और रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
कनेक्टिविटी में सुधार, यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और क्षेत्रीय विकास को गति देने के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुएए प्रधानमंत्री वीरमगाम-खुदाद-रामपुरा सड़क के चौड़ीकरण का उद्घाटन करेंगे। वे अहमदाबाद-मेहसाणा-पालनपुर मार्ग पर छह लेन वाले वाहन अंडरपास और अहमदाबाद-वीरमगाम मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे। इन पहलों से सामूहिक रूप से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, परिवहन दक्षता में सुधार होगा और क्षेत्र में आर्थिक अवसर बढ़ेंगे।
राज्य में बिजली क्षेत्र को एक बड़ा बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (यूजीवीसीएल) के अंतर्गत अहमदाबाद, मेहसाणा और गांधीनगर में बिजली वितरण परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना के तहत घाटे को कम करना, नेटवर्क का आधुनिकीकरण और बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करना है। 1000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ये परियोजनाएँ प्रतिकूल मौसम के दौरान बिजली की रुकावटों और कटौती को कम करेंगी, जन सुरक्षा, ट्रांसफार्मर सुरक्षा और बिजली आपूर्ति नेटवर्क की विश्वसनीयता में सुधार लाएँगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के इन-सीटू स्लम पुनर्वास घटक के अंतर्गत रामापीर नो तेकरो के सेक्टर-3 स्थित स्लम विकास परियोजना का उद्घाटन करेंगे। वे अहमदाबाद के आसपास सरदार पटेल रिंग रोड पर यातायात सुगम बनाने और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए कार्यान्वित की जा रही प्रमुख सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। वे जल एवं सीवरेज प्रबंधन प्रणालियों को सुदृढ़ करने हेतु प्रमुख शहरी अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
प्रशासनिक दक्षता और सार्वजनिक सेवा वितरण को सुदृढ़ करते हुए, प्रधानमंत्री गुजरात में प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसमें अहमदाबाद पश्चिम में एक नए स्टाम्प एवं पंजीकरण भवन का निर्माण शामिल है, जिसका उद्देश्य नागरिक-केंद्रित सेवाओं में सुधार लाना है और गांधीनगर में एक राज्य-स्तरीय डेटा संग्रहण केंद्र की स्थापना, जिसे पूरे गुजरात में सुरक्षित डेटा प्रबंधन और डिजिटल शासन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
26 अगस्त को, प्रधानमंत्री अहमदाबाद के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट में दो ऐतिहासिक मील के पत्थरों का उद्घाटन करेंगे। ये ऐतिहासिक पहल, प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के प्रति प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, भारत के हरित गतिशीलता के एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने को रेखांकित करती हैं।
मेक इन इंडिया की सफलता के एक प्रमुख उदाहरण के रूप में, प्रधानमंत्री सुजुकी के पहले वैश्विक रणनीतिक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) ‘‘ई विटारा’’ का उद्घाटन और हरी झंडी दिखाएंगे। भारत में निर्मित इन बीईवी का निर्यात यूरोप और जापान जैसे उन्नत बाजारों सहित सौ से अधिक देशों में किया जाएगा। इस उपलब्धि के साथ, भारत अब सुजुकी के इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बड़े कदम उठाते हुए, प्रधानमंत्री गुजरात स्थित टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत के साथ भारत के बैटरी इकोसिस्टम के अगले चरण का भी उद्घाटन करेंगे। तोशिबा, डेंसो और सुजुकी का संयुक्त उद्यमए यह संयंत्र घरेलू विनिर्माण और स्वच्छ ऊर्जा नवाचार को बढ़ावा देगा। यह विकास सुनिश्चित करता है कि अब अस्सी प्रतिशत से अधिक बैटरी का निर्माण भारत में ही किया जाएगा