उदयपुर, बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें हुनर के बल पर समाज में सशक्त पहचान दिलाने का संकल्प लेकर श्री एकलिंगनाथ राष्ट्रीय सेवा संगठन द्वारा चलाई जा रही “नारी वैभव मुहिम” का प्रथम चरण भव्य समारोह के साथ संपन्न हुआ।
जोधपुर में आयोजित इस समापन समारोह में मुख्य अतिथि रहे आलोक संस्थान के निदेशक एवं शिक्षाविद् प्रदीप कुमावत।
250 से अधिक महिलाओं ने सीखा आत्मनिर्भरता का मंत्र
संगठन के संस्थापक अध्यक्ष आकाश बागड़ी ने बताया कि तीन महीने तक चले इस प्रथम चरण में 250 से अधिक महिलाओं और बेटियों को सिलाई एवं ब्यूटी पार्लर का प्रशिक्षण दिया गया। इन कौशलों ने उन्हें न केवल आत्मनिर्भर बनने की राह दिखाई, बल्कि यह विश्वास भी जगाया कि वे अपने परिवार और समाज की प्रगति में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं।
“सेवा और आत्मनिर्भरता – मेवाड़ की पहचान”
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि प्रदीप कुमावत ने कहा –
“आकाश बागड़ी द्वारा मेवाड़ में तो नारी वैभव मुहिम पहले से चल रही है, किंतु अब मारवाड़ में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की जो पहल की गई है, वह अनुकरणीय है। मेवाड़ की सेवा भावना को पूरी दुनिया जानती है और यह गर्व की बात है कि हमारे भामाशाह आज भी इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।”
महिलाओं को मिला आत्मबल बाँटने का संदेश
विशिष्ट अतिथि बजरंग सेना के संस्थापक कमलेन्द्रसिंह मेवाड़ ने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि –
“अब आप जिस हुनर को सीख चुकी हैं, उसे दूसरों तक भी पहुँचाएँ। यही आत्मनिर्भरता का सही स्वरूप है।”
कार्यक्रम में थानाधिकारी गंगाराम चौधरी, पुलिसकर्मी संतोष दहिया और तुलसी चौधरी ने भी महिलाओं का उत्साहवर्धन किया।
भविष्य की योजनाएँ
कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थापक आकाश बागड़ी, महासचिव दीपक मेनारिया और जोधपुर जिला अध्यक्ष संतोष राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया।
संतोष राठौड़ ने जानकारी दी कि शीघ्र ही द्वितीय चरण का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कुछ और नए प्रकल्पों की शुरुआत होगी।