उदयपुर। इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के भव्य सम्मान समारोह में मेवाड़ के नन्हें बालक माधवेन्द्रसिंह राठौड़ को मात्र 15 वर्ष की आयु में आंखों पर पट्टी बांधकर 70 प्रकार के हथियारों को पहिचाननें पर इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया। माधवेंद्र प्रताप सिंह राठौड़ के पिता लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण दयाल सिंह राठौड़ को उनके अद्भुत कारनामे के लिए आधिकारिक रूप से सम्मानित किया गया।
15 जून 2010 को जन्मे माधवेंद्रसिंह ने कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई 2025) पर उपरोक्त एक असाधारण विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पूर्णतः आँखों पर पट्टी बाँधकर (ठसपदकविसकमक) 70 से अधिक प्रकार के हथियारों टैंक्स, गन्स, मिसाइल्स तथा अन्य सैन्य उपकरण को पहचानकर और सही नाम लेकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
यह उपलब्धि उनकी अद्भुत स्मरणशक्ति, गहरी विज़ुअलाइज़ेशन शक्ति, संवेदनशील अनुभूति और एकाग्रता का प्रमाण है। उन्हें यह विशेष कौशल एबीसी ए ब्रेन कोच जयपुर क मिडब्रेन एक्टिवेशन एण्ड सेनसरी एनहेचमेन्ट प्राग्रेम के तहत प्रशिक्षक माइंड ट्रेनर निशा पारीक के मार्गदर्शन में प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर इन्फ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने माधवेंद्र को सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया, जिसे उनके दादाजी सुभाष नगर निवासी एडवोकेट गोपालसिंह राठौड़ ने ग्रहण किया। माधवेंद्र की इस उपलब्धि ने न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।