उदयपुर।जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार दोपहर चित्रकूट नगर स्थित महाराणा प्रताप खेलगांव का दौरा कर वहां चल रहे विकास कार्यों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं के तहत निर्माणाधीन खेल परिसरों तथा उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रगति का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान यूडीए आयुक्त राहुल जैन, जिला खेल अधिकारी डॉ. महेश पालीवाल, आरएसआरडीसी के अधिकारी तथा अन्य तकनीकी विशेषज्ञ मौजूद रहे।
जिम और क्रिकेट स्टेडियम का अवलोकन
कलक्टर मेहता ने सबसे पहले ओपन और नवनिर्मित इनडोर जिम का अवलोकन किया। उन्होंने अत्याधुनिक उपकरणों और सुविधाओं की सराहना करते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट स्टेडियम एवं निर्माणाधीन पैवेलियन का निरीक्षण किया। आयुक्त जैन ने जानकारी दी कि पैवेलियन का निर्माण जनवरी 2026 तक पूरा हो जाएगा, जिसके बाद बड़े टूर्नामेंट आयोजित किए जा सकेंगे। कलक्टर ने अधिकारियों को विभिन्न खेलों की प्रतियोगिताएं नियमित कराने का सुझाव दिया।
शूटिंग रेंज में सुधार के निर्देश
10 मीटर शूटिंग रेंज का निरीक्षण करते हुए उन्होंने आवश्यक सुधार कार्य कराने के निर्देश दिए और वहां लगी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजों की तस्वीरों का अवलोकन किया। साथ ही, प्रस्तावित 25 मीटर और 50 मीटर रेंज का अलग-अलग निर्माण कराने पर जोर दिया।
एथलेटिक व हॉकी स्टेडियम का अवलोकन
एथलेटिक स्टेडियम में उन्होंने महिला खिलाड़ियों की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम व सुविधा घर बनाने के निर्देश दिए। हॉकी स्टेडियम का भी उन्होंने निरीक्षण किया।
लेक्रोज़ ग्राउंड और स्केटिंग ट्रैक पर सुझाव
मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत निर्माणाधीन लेक्रोज़ ग्राउंड का अवलोकन करते हुए कलक्टर ने कार्य की गति बढ़ाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राउंड की परिधि में स्केटिंग ट्रैक बनाने का सुझाव भी दिया।
इनडोर स्टेडियम का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
निर्माणाधीन मल्टीपरपज इनडोर स्टेडियम का निरीक्षण करते हुए कलक्टर ने कहा कि जयपुर के अलावा इतनी बड़ी खेल सुविधा केवल उदयपुर में ही संभव है। उन्होंने आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक लालचंद वर्मा को कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
खेल वार आय व खर्च का ब्यौरा तैयार करने के निर्देश
कलक्टर ने विभिन्न स्टेडियमों से हो रही आय और रखरखाव पर हो रहे खर्च की जानकारी ली। उन्होंने जिला खेल अधिकारी को खेलवार अलग-अलग विवरण तैयार करने को कहा।
जल संरक्षण पर विशेष ध्यान
कलक्टर ने परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग की जानकारी ली और कहा कि इतने बड़े क्षेत्र में प्राकृतिक जल संरचना होनी चाहिए। उन्होंने तालाबनुमा संरचना विकसित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान यूडीए के मुख्य अभियंता संजीव शर्मा, अधिशासी अभियंता नीरज माथुर, राजीव गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।