पीएमसीएच ने आईसीएमआर की एसटीएस स्कीम में रचा इतिहास पाँच एमबीबीएस विधार्थीयो का चयन, राजस्थान में सर्वाेच्च प्रदर्शन

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Published on : 21 Aug, 25 10:08

पीएमसीएच ने आईसीएमआर की एसटीएस स्कीम में रचा इतिहास पाँच एमबीबीएस विधार्थीयो का चयन, राजस्थान में सर्वाेच्च प्रदर्शन

उदयपुर।  पैसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल उदयपुर ने इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद आईसीएमआर की शॉर्ट-टर्म स्टूडेंटशिप(एसटीएस) रिसर्च प्रोजेक्ट स्कीम में शानदार उपलब्धि हासिल कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में से सबसे अधिक चयन केवल पीएमसीएच उदयपुर से हुआ है,जो न केवल संस्थान बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गर्व का विषय है।
संस्थान के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी चयनित विद्यार्थियों और उनके गाइड को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा यह उपलब्धि पीएमसीएच की अकादमिक गुणवत्ता और शोध क्षमता का परिचायक है। आने वाले वर्षों में और अधिक विद्यार्थी शोध में भाग लेकर संस्थान का नाम रोशन करेंगे।
सीईओ शरद कोठारी ने भी इस उत्कृष्ट उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चयनित छात्रों और मार्गदर्शकों को बधाई दी तथा इसे संस्थान की शोध परक नीतियों की सफलता बताया।
पेसिफिक मेडिकल विश्वविद्यालय के प्रेसिडेन्ट डॉ.एम.एम.मंगल ने बताया कि इस प्रतिष्ठित योजना में पाँच एमबीबीएस छात्रों का चयन हुआ है आईसीएमआर की एसटीएस में चयन अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक होता है, जिसमें देशभर से हजारों विधार्थी भाग लेते हैं। ऐसे में एक ही कॉलेज से पाँच छात्रों का चयन होना उल्लेखनीय सफलता है।
प्रिंसिपल डॉ.यू.एस.परिहार ने सभी चयनित छात्रों और उनके मार्गदर्शकों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि संस्थान में शोध को लेकर विकसित हो रही मजबूत सोच, समर्पित फैकल्टी और उत्साही विद्यार्थियों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। पीएमसीएच न केवल गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि अब शोध क्षेत्र में भी राष्ट्रीय पहचान बना रहा है।
संस्थान की सलाहकार सदस्य डॉ.नीता साही एवं डॉ.बी.कुमार ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि से आने वाली पीढ़ियों को शोध में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी। यह पीएमसीएच को भविष्य में एक अग्रणी शोध संस्थान के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रिसर्च प्रोजेक्ट स्कीम में विधार्थीयों की सफलता में प्रोजेक्ट्स के नोडल इंचार्ज फार्माकोलॉजी विभाग के डॉ.रोहिताश यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा। 


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