नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की आधारभूत संरचना में युगांतरकारी बदलाव हुए हैं। ऐसा ही बदलाव कोलकाता मेट्रो में भी हुआ है जहां प्रतिदिन 9 लाख से अधिक यात्रियों के सफर के लिए रेलवे नेटवर्क को विस्तृत किया गया है।
भारत में मेट्रो सेवा की नींव रखने वाला शहर कोलकाता अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में एक नया इतिहास रचने जा रहा है। अब हर दिन कोलकाता मेट्रो से करीब 9.15 लाख यात्री सफर कर सकेंगे। इस बदलाव की बुनियाद बनी है 3 मेट्रो सेक्शन की 366 नई मेट्रो ट्रेन सेवाएँ जो यात्रियों को तेज़ और नियमित सेवा देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 22 अगस्त को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कोलकाता मेट्रो की ग्रीन लाइन पर 2.45 किलोमीटर लंबी एस्प्लानेड-सियालदह मेट्रो सेक्शन, येलो लाइन पर 6.77 किलोमीटर लंबी नोआपाड़ा-जय हिंद विमानबंदर मेट्रो सेक्शन और ऑरेंज लाइन पर 4.4 किलोमीटर लंबी हेमंत मुखोपा/याय-बेलेघाटा मेट्रो सेक्शन का उद्घाटन करेंगे और तीनों ही लाइनों पर 3 मेट्रो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 366 नई मेट्रो सेवाओं का सबसे बड़ा लाभ ग्रीन लाइन के यात्रियों को होगा। जिसपर सेवाओं की संख्या बढ़कर 186 हो गई है। साथ ही, ऑरेंज लाइन पर अब 60 सेवाएँ और येलो लाइन पर 120 सेवाएँ यात्रियों की राह आसान बनाएंगी। नई सेवाओं से अधिक ट्रेनों की उपलब्धता बढ़ेगी, इंतज़ार का समय घटेगा और भीड़-भाड़ से राहत मिलेगी।
’ग्रीन लाइन’-एस्प्लानेड से सियालदह (2.45 किमी)। यह सेक्शन शहर के लिए सबसे बड़ी राहत लेकर आया है। अभी हावड़ा और सियालदह जैसे दो बड़े रेलवे टर्मिनलों के बीच पहुँचने में सड़क से 40-45 मिनट तक लगते हैं। अब मेट्रो से यह सफर सिर्फ़ 11 मिनट में पूरा होगा। रोज़ाना लाखों यात्रियों के लिए यह समय बचत किसी वरदान से कम नहीं होगी।
दूसरी बड़ी उपलब्धि है ’येलो लाइन’-नोआपाड़ा से जय हिंद विमानबंदर (6.77 किमी)। अब एयरपोर्ट तक पहुँचने के लिए सड़क से यात्रा करने वालों को नया विकल्प मिलेगा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री, एयरलाइन स्टाफ और एयरपोर्ट कर्मचारी सब तेज़ए सुरक्षित और आरामदायक सफर का अनुभव करेंगे। दमदम कैंटोनमेंट से इंटरचेंज सुविधा मिलने से पूरे शहर और प्रमुख रेलवे स्टेशनों तक सीधा कनेक्शन भी आसान हो जाएगा। एस्प्लानेड से एयरपोर्ट तक अब यह दूरी सिर्फ़ 30 मिनट में पूरी होगी।
तीसरी कड़ी है ’ऑरेंज लाइन’-हेमंत मुखोपाध्याय से बेलेघाटा (4.4 किमी)। यह विस्तार साइंस सिटी, बड़े अस्पतालों, स्कूलों और व्यावसायिक केंद्रों को जोड़ेगा। यात्रियों की संख्या यहाँ दोगुनी होने की उम्मीद है। खास बात यह है कि बेलेघाटा से कवि सुभाष तक की यात्रा भी अब सिर्फ़ 32 मिनट में पूरी की जा सकेगी। इससे दक्षिण कोलकाता और पूर्वी कोलकाता के बीच सफर बेहद आसान हो जाएगा।
इन नई मेट्रो लाइनों से न सिर्फ़ कोलकाता बल्कि उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना के यात्रियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। जिस दूरी को तय करने में पहले घंटों लग जाते थे, अब वही सफर कुछ ही मिनटों में पूरा होगा। शहर के अलग-अलग हिस्सों तक पहुँचना अब पहले से कहीं अधिक सहज और तेज़ हो जाएगा।