उदयपुर। कैंसर उपचार के क्षेत्र में हो रहे क्रांतिकारी बदलावों को लेकर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “ट्रेण्ड्स ऑफ ट्रांसफोर्मेशन इन ऑन्कोलॉजी” का आयोजन पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल,मेनकेन फाउण्डेशन और कैंसर रिसर्च एंड स्टेटिस्टिक फाउण्डेशन की ओर से 22 से 24 अगस्त तक डॉ.मनोज महाजन डायरेक्टर एंड सीनियर कन्सल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग,पीएमसीएच के नेतृत्व में किया जा रहा है।
पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने सम्मेलन की सफलता के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और कहा कि यह आयोजन कैंसर उपचार की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
प्रोग्राम डॉयरेक्टर डॉ.मनोज महाजन ने बताया कि इस सम्मेलन में भारत के विभिन्न शहरों से 100 से अधिक कैंसर रोग विशेषज्ञ, शोधकर्ता और चिकित्सक शामिल होंगे, जो अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे। डॉ.मनोज ने बताया कि उदयपुर में लगातार पांचवी बार कैंसर रोग विशेषज्ञों की कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। पूर्व में हुए सम्मेलनों में हुए विचार -विमर्श से चिकित्सकों को कैंसर उपचार की नवीन तकनीकों और उपयोग के तरीकों के बारे जानने का अवसर मिला था।
इस बार सम्मेलन से आम जनता को जोड़ने के लिए और कैंसर रोग में सैकेण्ड ऑपिनियन के लिए जापान से आए डॉ.गुयेन दुय सिन्ह, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुम्बई से अनुभव प्राप्त डॉ. विजय पाटिल और डॉ.आशय कर्पे की ओपीडी 22 से 24 अगस्त तक सनराइज कैंसर केयर क्लिनिक, सौभागपुरा में रखी गयी है जिसमें मरीज विशेषज्ञ से उपचार के लिए सलाह प्राप्त कर सकेंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य कैंसर उपचार में नवीनतम तकनीकों जैसे सेलुलर थेरेपी, लिक्विड बायोप्सी और इम्यूनोथेरेपी पर चर्चा करना है। देशभर से आ रहे विशेषज्ञ, शोधकर्ता और चिकित्सक इस मंच पर अपने अनुभव साझा करेंगे।
पहले दिन जापान से आए डॉ.गुयेन दुय सिन्ह सम्मेलन की शुरुआत कार टी सेल थेरेपी पर केंद्रित सत्र से करेंगे, जिसमें डीएलबीसीएल, ऑल और एमएम जैसे रक्त कैंसर के लिए स्वीकृत उपचारों पर चर्चा होगी। इसके बाद सेलुलर थेरेपी में होने वाले दुष्प्रभाव जैसे सीआरएस और आईसीएएनएस पर विशेषज्ञ विचार साझा करेंगे । दिन का समापन उभरती तकनीकों जैसे डुअल-टारगेट कार्स और जीन-संपादित कोशिकाओं पर आधारित सत्र से होगा।
कैन्सर सर्जन डॉ.सौरभ शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन डॉ.विजय पाटिल व डॉ.मनोज महाजन स्तन, फेफड़े, सिर-गर्दन, गुर्दा और प्रोस्टेट कैंसर में सेलुलर थेरेपी की भूमिका पर विस्तृत चर्चा करेंगे। सीटीडीएनए और सीटीसीएस जैसी तकनीकों के माध्यम से कैंसर की निगरानी और उपचार प्रतिक्रिया को समझने पर जोर दिया जाएगा। साथ हीए कार टी सेल यूनिट स्थापित करने पर एक विशेष कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी।
तीसरे दिन डॉ. आशय कार्पे गैस्ट्रोइसोफेजियल और स्त्री रोग संबंधी कैंसर पर केंद्रित सत्रों में सीएलडीएन18.2, एचईआर2 जैसे लक्षित एंटीजन पर आधारित उपचारों की समीक्षा की करेंगे। सम्मेलन का समापन केस स्टडीज और पैनल चर्चा के साथ होगा।
डॉ.मनोज महाजन ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में कैंसर को लेकर नयी तकनीकों के आविष्कार से जागरूकता बढ़ी और चिकित्सक भी इस तरह के सम्मेलन के माध्यम से नयी तकनीकियों और उनके उपयोग के बारे में जानकारी मिलती है और वे रूटिन प्रैक्टिस में इनका उपयोग कर पाते हैं।