बाड़मेर। बाड़मेर जन सेवा समिति द्वारा संचालित भगवती डायलिसिस सेंटर को भेंट की गई, दो डायलिसिस मषीनों का लोकार्पण प.पू.खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभुसूरीष्वरजी म.सा., मुम्बई के पुश्प डांगरा, पुण्यार्जकों में अषोक कुमार भंवरलाल छाजेड़, अरिहंत फाउण्डेषन नवी मुम्बई-जोधपुर, पीरचंद बाबूलाल एण्ड कंपनी बाड़मेर, महालक्ष्मी पोपलिन मिल्स प्रा.लि., इचलकरंणजी- मालेगांव- सूरत-बालोतरा के पदाधिकारियों व पूर्व विधायक मेवाराम जैन, समिति अध्यक्ष ओमप्रकाष मेहता के सानिध्य में सोमवार को नेत्र ज्योति चिकित्सालय में फीता काटकर किया गया।
इस अवसर पर प.पू.खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणि प्रभुसूरीष्वरजी म.सा. ने कहा कि बाड़मेर में डायलिसिस महत्वपूर्ण सेवा है। यहां पर मरीजों को अच्छी सेवा उपलब्ध हुई है, इसके लिए लिए भामाषाहों को साधुवाद देता हूं कि इसी तरह मानव सेवा कार्यों में लगे रहे। इसके पष्चात होटल कैलाष इंटरनेषनल में भामाषाहों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि डायलिसिस की बेहतरीन सेवा के लिए भामाषाह धन्यवाद के पात्र है। उन्होंने कहा कि बाड़मेर में नवीन डायलिसिस सेंटर के भवन की आवष्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि तीस-चालीस मषीन लगाने के लिए स्थान तय करिए, भामाषाहों के साथ वे हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। बाड़मेर जन सेवा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाष मेहता ने जन सेवा समिति के माध्यम से संचालित उपक्रम गौषाला, स्कूल, नेत्र ज्योति चिकित्सालय के द्वारा किए जा रहे निःषुल्क आॅपरेषन आदि के बारे मेे विस्तार से जानकारी दी। इस कार्यक्रम में स्वागत अभिभाशण में भगवती डायलिसिस के प्रभारी किषनलाल वडेरा कहा कि विगत दस वर्शों में करीबन 35 हजार से अधिक डायलिसिस की गई, जिसमें 70 प्रतिषत मरीजों को निःषुल्क सेवा देते हुए यह सेंटर निर्बाध कार्य कर रहा है और भामाषाहों के उत्साह और सहयोग से हम इस सेवा को निरंतर जारी रखे हुए है। डायलिसिस सेंटर के ग्यारह वर्श में प्रवेष के अवसर पर भामाषाह श्रवण कुमार डूंगरोमल माहेष्वरी द्वारा एक नवीन डायलिसिस मषीन देने की घोशणा की, जिसका उपस्थित जन समुदाय ने करतल ध्वनि से अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन मुकेष बोहरा अमन ने किया। इस अवसर पर भारत विकास परिशद के अध्यक्ष पुरूशोतम खत्री, द्वारकादास डोसी, एडवोकेट रमेष मंगल, किषोर षर्मा, महेष सुथार, धनराज व्यास, पारस सिंघवी, रतनलाल बोहरा, एडवोकेट मुकेष जैन, चुन्नीलाल खत्री, षंकरलाल बोथरा, सम्पतराज लूणिया, डा. राजकिषोर माहेष्वरी, एडवोकेट अमृतलाल जैन, कैलाष कोटड़िया, वीरचंद छाजेड़, बंषीधर वडेरा, बाबूलाल वडेरा, गौतम डूंगरवाल सहित अनेक गणमान्य नागरिेकों के साथ व्यापार मंडल के पदाधिकारी, बैकिंग सेवा के अधिकारी, मातृषक्ति, नेत्र ज्योति चिकित्सालय के कार्मिक उपस्थित रहे।