नई दिल्ली/जोधपुर ।राजस्थान केडर के पूर्व आईएएस डॉ. ललित के. पंवार को वीर दुर्गा दास जयंती पर जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह द्वारा मारवाड़ रत्न (राव सिहा) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है ।
डॉ. ललित के. पंवार को यह सम्मान मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर, जोधपुर में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया। यह समारोह वीर दुर्गा दास जी की 387वीं जयंती पर आयोजित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा नीति आयोग में पर्यटन विकास के लिए सुझाव देने के लिए हाल ही विशेष आमंत्रित और सलाहकार मनोनीत डॉ ललित के पंवार भारत सरकार में अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव और पर्यटन सचिव रहने के साथ ही भारतीय पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (आईटीसी) के सी.एम.डी. भी रहे हैं। उन्होंने पर्यटन में ही पीएचडी की। विश्व स्तर पर राजस्थान की पर्यटन की पहचान बने “पधारो म्हारे देश” स्लोगन भी उन्हीं का दिया हुआ है।उन्होंने राजस्थान के पर्यटन को बुलंदियों पर पहुंचाने और पहियों पर राजमहल पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी को अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाने की आधारशिला भी रखी।
वह राजस्थान लोक सेवा आयोग,अजमेर के अध्यक्ष तथा राजस्थान आईएलडी कौशल विश्वविद्यालय,जयपुर के कुलपति पद पर भी रहें हैं। वे जब केन्द्र में अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव थे तब उन्होंने जैन समाज को अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल कराने का महत्वपूर्ण काम किया।
डॉ पंवार अपने नवाचारों तथा मौलिक विचारों के लिए जाने जाते है। वे राजस्थान के शिक्षा निदेशक थे तब उन्होंने विभागीय पत्रिका का नाम ‘शिविरा’ रखा। इसी प्रकार सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक रहते हुए उन्होंने ‘सुजस‘ पत्रिका का प्रकाशन आरम्भ कराया। जब वे पर्यटन निदेशक थे तो वहां भी ‘अतिथि’ पत्रिका शुरू कर अपनी अमिट छाप छोड़ी । अपनी ग्रामीण पृष्ठभूमि की सरलता,सहृदयता, सदव्यवहार,मिश्री जैसी मीठी बोली तथा हर किसी को अपना बना एक रचनात्मक टीम बनाना उनके व्यक्तित्व के आकर्षण का केन्द्र रहता आया है।