रेलवे टेक्नीशियन ने घर की छत पर तैयार की भारत की पहली 'रियल-लाइफ बीजीएमआई बग्गी’

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Published on : 08 Aug, 25 09:08

रेलवे टेक्नीशियन ने घर की छत पर तैयार की भारत की पहली 'रियल-लाइफ बीजीएमआई बग्गी’

बीजीएमआई ने ‘बियॉन्ड बैटलग्राउंड्स’ पहल को लॉन्च किया है जिससे भारत की गेमिंग दुनिया के असली हीरोज को नई पहचान मिलेगी। इस पहल के माध्यम से एक रेलवे तकनीशियन की कहानी सामने आई है। उन्होंने राजस्थान में अपने घर की छत पर फुल-स्केल बीजीएमआई बग्गी का निर्माण किया है।

नई दिल्लीक्राफ्टन इंडिया ने सामुदायिक सहयोगरचनात्मकता और जमीनी स्तर पर नवाचार के जज़्बे को प्रदर्शित करते हुए डिजिटल स्टोरीटेलिंग बियॉन्ड बैटलग्राउंड्स’ की शुरुआत की है। यह पहल बीजीएमआई के उत्साही और जुनूनी प्रशंसकों के माध्यम से भारतीय गेमिंग को जीवंत तरीके से प्रस्तुत करती है। इस मूवमेंट की अगुवाई राजस्थान के श्रीगंगानगर के 28-वर्षीय रेलवे तकनीशियन करण कारगवाल कर रहे हैं। करण ने तमाम मुश्किलों के बावजूदअपने घर की छत पर ही आइकॉनिक बीजीएमआई बग्गी का पूरी तरह से फंक्शनल और फुल-स्केल रेप्लिका तैयार किया है। 

 
   

इसे तैयार करने के पीछे करण की कई हफ्तों की मेहनत है। करण ने बेकार पड़ी धातुओंकुछ अन्य औजारों के हिस्से-पुर्जोंतथा अपनी पुरानी मोटरसाइकिल के इंजनवेल्डिंग टूल्स और एक फोन कैमरे की मदद से इसे तैयार किया हैं जो वास्तव मेंपसंदीदा इन-गेम व्हीकल के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। करण के पास इंजीनियरिंग या डिजाइन की कोई औपचारिक ट्रेनिंग नहीं हैवह भारतीय रेलवे में पूर्ण-कालिक तकनीशियन के तौर पर काम करते हैं। लेकिन अपने संकल्पगेमिंग से मोहब्बत और परिजनों से मिले सपोर्ट की बदौलत इसे तैयार कर दिखाया।

 
   

करण कारगवाल ने बतायामैं काम के बाद अपने मनोरंजन के लिए बीजीएमआई खेलता था लेकिन तब मुझे यह ख्याल नहीं आया था कि किसी दिन मैं कुछ ऐसा वास्तविक करूंगा। खेलने और रोज़मर्रा की जिंदगी के बीचएक दिन इसका विचार मुझे आया और  फिर तो मैं इसे पूरा करके ही माना। यह बग्गी केवल धातु और पहियों से नहीं बनीबल्कि इस बात का सबूत है कि जब जुनून और मकसद मिलते हैं, तो ऐसे सपने भी साकार हो उठते हैं। मैं अपने परिजनोंअपने फॉलोअर्स और बीजीएमआई का आभारी हूं जिन्होंने एक छोटे से शहर की

इस घटना को देशभर तक पहुंचाया।”

 

इसे बग्गी को तैयार करने की स्टोरी बयां करने वाली करण की रील ने तहलका मचा दिया। उनके 22,000 फॉलोअर्स  ने उनके इस महत्वाकांक्षी सफर में उनका भरपूर साथ दिया। इनमें से 95% फॉलोअर्स टियर 2, 3 और 4 से आते हैं। इतनी बड़ी कम्युनिटी का प्यार देखकरबीजीएमआई ने भी साथ दिया और करण को फिनिश लाइन तक पहुंचाने के लिए हाथ बढ़ायाइस तरह बियॉन्ड बैटलग्राउंड की शुरुआत हुई। यह उन क्रिएटर्स पर रोशनी डालने वाला प्रयास है जो गेमिंग की प्रेरणा को जूनून और पहचान की ताकत से लैस वास्तविक दुनिया की अभिव्यक्ति में बदल डालना चाहते हैं।

सौरभ शाहहेड ऑफ पीपल ऑपरेशंसक्राफ्टन इंडिया ने कहाभारत में गेमिंग अब कोई सीमित रूचि वाला क्षेत्र नहीं रहा। यह एक मूवमेंट बन चका हैजिसे छोटे शहरों के क्रिएटर्स आगे बढ़ा रहे हैं। हम इस बदलाव के सिर्फ गवाह नहीं हैं – हम इसके समर्थक भी हैं। करण की बग्गी केवल एक निर्माण नहीं है – बल्कि इस बात की सूचक है कि गेमिंग किस तरह से उन स्थानों पर महत्वाकांक्षारचनात्मकता और पहचान को  बढ़ावा दे रही है जिस ओर दुनिया की शायद कभी नज़र नहीं पड़ती।”


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