उदयपुर। संस्कृतभारती उदयपुर की ओर से संस्कृत सप्ताह 2025 का शुभारंभ मंगलवार को भव्य संस्कृति चेतना यात्रा के साथ हुआ। संस्कृतभारती उदयपुर यात्रा के संयोजक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि निंबार्क महाविद्यालय से संस्कृति चेतना यात्रा निकाली गई जो नगर के सूरजपोल बापू बाजार देहलीगेट आदि विभिन्न मार्गों से गुजरी। यात्रा में आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत, जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ उदयपुर के कुलपति प्रो. कर्नल शिव सिंह सारंगदेवोत, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, संस्कृत भारती के अध्यक्ष संजय शांडिल्य अभिनव स्कूल के प्राचार्य उपेंद्र रावल आदि गणमान्य अतिथियों का सान्निध्य रहा। उन्होंने भगवा ध्वज दिखाकर यात्रा को रवाना किया। अतिथियों ने इस अवसर पर संस्कृत भाषा की गरिमा और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि देववाणी का संवर्धन अत्यंत आवश्यक है। संस्कृत संस्कारित भाषा के साथ साथ देश की आत्मा है। संस्कृत के उत्थान के लिए संस्कृत भारती के अथक प्रयास सराहनीय हैं।
संयोजक नरेंद्र शर्मा, श्रीयांश कंसारा, डॉ रेणु पालीवाल, निंबार्क के व्यवस्थापक राजेन्द्र आमेटा , चैनशंकर दशोरा, कुलदीप जोशी, माया खंडेलवाल, पंकज पारीख, विकास डांगी, नीलू , अभिनव से जिनेंद्र भट्ट ,आलोक से खुशलता जोशी आदि ने व्यवस्थाएं संभालीं। संस्कृति चेतना यात्रा में छात्र-छात्राएं “गृहे गृहे संस्कृतं गृहे गृहे तिरंगा, हेलो हाय त्यज- हरिओम वद, वैज्ञानिकी भाषा-संस्कृत भाषा, अस्माकं भाषा - संस्कृत भाषा, संस्कृतेन संभाषण कुरुं- जीवनस्य परिवर्तनम् कुरुं, अमृत भाषा- संस्कृत भाषा” आदि संस्कृत के उद्गोष लगाते चले।
महानगर प्रचार प्रमुख रेखा सिसोदिया ने बताया कि संस्कृत सप्ताह के तहत 6 अगस्त को आलोक संस्थान में संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता का आयोजन होगा जिसमें विभिन्न विद्यालयों की टीमें भाग लेंगी। 7 अगस्त को एमएमपीएस स्कूल में संस्कृत श्लोक-पाठ प्रतियोगिता होगी। 8 अगस्त को डीपीएस उदयपुर में श्लोक-आधारित चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों की कल्पनाशीलता को संस्कृत श्लोकों के माध्यम से स्वरूप मिलेगा। 9 अगस्त को ऐतिहासिक जगदीश मंदिर परिसर में संस्कृत रक्षार्थ रक्षा सूत्र कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों व नागरिकों को संस्कृत में संकल्प दिलाया जाएगा। 10 अगस्त को प्रताप गौरव केंद्र पर पौधारोपण कार्यक्रम होगा। इसी प्रकार, 11 अगस्त को संस्कृत भाषा के विविध आयामों पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन होगा, जिसमें विद्वान वक्ता विचार साझा करेंगे। इसके बाद, संस्कृत सप्ताह का समापन 19 अगस्त, मंगलवार को सांय 4 बजे राजस्थान विद्यापीठ, आईटी सभागार, प्रतापनगर में भव्य समारोह के साथ होगा। यह समारोह पेसिफिक विश्वविद्यालय, राजस्थान विद्यापीठ एवं संस्कृतभारती के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा।
समारोह में ‘संस्कृति गौरव पुरस्कार’प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार उन विशिष्ट व्यक्तियों को प्रदान किया जाएगा जिन्होंने भारतीय संस्कृति व संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त सत्र 2024-25 में बोर्ड परीक्षा में संस्कृत विषय में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को ‘महर्षि पाणिनि पुरस्कार’से सम्मानित किया जाएगा।