संसद में उदयपुर: सांसद डॉ मन्ना लाल रावत ने धर्मांतरण रोकने संसद में की अखिल भारतीय कानून बनाने की मांग

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Published on : 29 Jul, 25 10:07

-धर्मांतरण सांस्कृतिक नरसंहार है इसके लिए केंद्रीय कानून बहुत जरुरी: सांसद डॉ. रावत

संसद में उदयपुर: सांसद डॉ मन्ना लाल रावत ने धर्मांतरण रोकने संसद में की अखिल भारतीय कानून बनाने की मांग

16 राज्यों में धर्मांतरण विरोधी कानून ही नहीं, इसलिए अखिल भारतीय कानून बने: सांसद डॉ. रावत
उदयपुर। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने देश के अनेक भागों में एक सुनियोजित साजिश के तहत फैल रहे धर्मान्तरण के मामले को मंगलवार को संसद में उठाया और इसके लिए पूरे देश में एक केंद्रीय कानून बनाने की मांग की। सांसद ने कहा कि धर्मान्तरण गैंग के कारण ही छांगुर बाबा जैसे लोग पनप रहे हैं और हजारों हिन्दू युवतियों को अपने जाल में फांस रहे हैं।
सांसद डॉ रावत ने संसद में नियम 377 के अधीन सूचना के तहत कहा कि आज देश के अनेक भागों में सुनियोजित रूप से उद्योग चलाकर अवैध धर्मांतरण की गतिविधियां चलाई जा रही हैं, जो न केवल राष्ट्रीय ताने-बाने को तोड़ने का कृत्य हैं, अपितु यह राष्ट्रांतरण की सुविचारित अराष्ट्रीय रचना भी कहलाती है। यह भारत की मूल सांस्कृतिक पहचान के लिए कल्चरल जेनोसाइड है। यह अवैधानिक कृत्य, धर्मनिरपेक्ष भावना की आड़ में राष्ट्रविरोधी एजेंडा बनता जा रहा है। वर्तमान में 12 राज्यों में कानून हैं परन्तु कमजोर है जिसके कारण धर्मान्तरण गैंग सुनियोजित तरीके से अपने कृत्य को अंजाम दे रही है।
सांसद रावत ने कहा कि देश के 16 राज्यों में अभी तक धर्मान्तरण को लेकर कोई कानून नहीं है। कुछ राज्य राजनीतिक कारणों से इस गंभीर विषय पर उदासीन बने हुए हैं। अवैध धर्मांतरण केवल  हमारी अस्मिता ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का भी गंभीर प्रश्न है। इसमें कट्टरपंथी, एवांजलिकल व ग्लोबल आतंकी नेटवर्क की सुनियोजित आपराधिक संलिप्तता भी पाई जा रही है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
सांसद डॉ रावत ने सरकार से आग्रह किया कि एक राष्ट्र, एक कानून की दृष्टि से अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए एक सख्त केंद्रीय कानून संसद में लाया जाए, ताकि इस राष्ट्रीय चुनौती का समाधान एकीकृत रूप में हो सके। यह भारत की सकल आम जनता की अनुभूति का रुदनात्मक आह्वान है।
गजवा ए हिन्द का सपना
सांसद डॉ रावत ने प्रेस बयान में कहा कि धर्मान्तरण गैंग पूरे देश में गजवा ए हिन्द का सपना लेकर धर्मान्तरण गतिविधियों में लिप्त हैं। देश के अनेक स्थानों से ऐसी गैंग को पकडकर इनकी साजिश को भी बेनकाब किया गया है, लेकिन कोई ठोस कानून नहीं होने की वजह से इनकी गतिविधियां एक जगह रुकने पर दूसरी जगह से चालू हो जाती है। इस पर प्रभावी नियंत्रण बहुत आवश्यक है।
छांगुर बाबा जैसे अनेक लोग षड्यंत्र चला रहे
सांसद डॉ रावत ने कहा कि ठोस कानून नहीं होने के कारण छांगुर बाबा जैसे लोग, धर्मांतरित लोगों के ही कट्टरपंथी संगठन बना कर धर्मांतरण का बड़ा षड्यंत्र पनपा रहे हैं। धर्मान्तरण गैंग किस कदर देश में हावी है और अपने काम को अंजाम दे रही है इसका साफ उदाहरण हाल ही पकडा गया छांगुर बाबा है। पुलिस जांच में भी यह सामने आया है कि छांगुर बाबा अकेला धर्मान्तरण साजिश में नहीं था, उसके तार कई देशों से जुडे थे। इस कट्टरपंथी गैंग ने सैंकडों की संख्या में हिन्दू युवतियों का धर्मान्तरण किया। इसमें लव जेहाद की बड़ी रचनाएं भी हैं।
आदिवासी इलाकों में भी धर्मान्तरण साजिश
सांसद डॉ रावत ने कहा कि धर्मान्तरण गैंग की अन्तर्राष्ट्रीय साजिश की योजना आदिवासी इलाकों में भी चल रही है जो उन्हें विभिन्न नकद प्रलोभन देकर हिंदू आदिवासियों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। आदिवासी क्षेत्रों में भी ऐसी गैंग को पकडा गया है, लेकिन राजनीति संरक्षण के चलते इनकी गतिविधियां अभी भी जारी है।

 


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