*छत का जल भी न जाए व्यर्थ*

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Published on : 24 Jul, 25 03:07

*कैच दी रैन वेयर ईट फाल व्हेन ईट फॉल्स*

*छत का जल भी न जाए व्यर्थ*

 

नमामि गंगा कार्यक्रम के अंतर्गत हमने जमीन पर गिरने वाले वर्षा जल को भूमि जल में संरक्षित करने का अभियान चलाया था।

1000 स्क्वायर फीट की छत पर 1 सेंटीमीटर वर्षा जल गिरने पर 1000 लीटर वर्षा जल भूमि जल में प्रवाहित किया जा सकता है अर्थात अगर 2000 स्क्वायर फीट की छत हो तो और 50 सेंटीमीटर वर्षा हो तो 1 लाख लीटर वर्षा जल भूजल में बचाया जा सकता है जिसका बाजार मूल्य 20 लाख रुपए होता है।( ₹20 रुपया प्रति लीटर)

अतः अब हमारी छत पर गिरने वाली वर्षा जल को व्यर्थ नालियों में ना बह जाने का अभियान चलाना चाहिए और उसे प्रचारित प्रसारित करना चाहिए। अर्थात वर्षा जल भी अब व्यर्थ न जाए।


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