उदयपुर, बाघदर्रा कोकोडाईल कंजर्वेशन रिजर्व को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड़ के सहयोग से वन्यजीव संरक्षण एवं ईको ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विकसित करने के लिए गठित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेसी की पहली बैठक शुक्रवार को मुख्य वन संरक्षक एसआर यादव की अध्यक्षता में चेतक सर्कल स्थित विभागीय सभागार में हुई।
उप वन संरक्षक वन्यजीव यादवेंद्र सिंह चुण्डावत ने बताया कि बाघदर्रा कोकोडाईल कंजर्वेशन रिजर्व में विकास कार्यों को लेकर वन विभाग एवं हिन्दुस्तान जिंक के मध्य गत 28 मार्च 2025 को एमओयु किया गया था। एमओयु अनुसार कुल 506.81 लाख के विकास कार्य करवाए जाएंगे। इस सबंध में 5 सदस्यीय पीएमसी (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी) का गठन किया गया है। इसमें सेवानिवृत्त मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर, सेवानिवृत्त सहायक वन संरक्षक एवं वन्यजीव विशेषज्ञ सतीश कुमार शर्मा, हिन्दुस्तान जिंक के सीएसआर हेड अनुपम निधी, मुख्य वित्तीय नियंत्रक राजीव पिट्टी एवं प्रोजेक्ट मेनेजर श्रीमती नमराह याशा सदस्य हैं। कसंल्टेसी की पहली बैठक में कमेटी द्वारा कन्जर्वेशन रिर्जव में प्रस्तावित किये कार्यों में संशोधन के सुझाव दिए। रिजर्व एरिया में मुख्य रूप से पेट्रोलिंग ट्रेक का निर्माण, पुरानी औदियों का जीर्णाद्वार, लेन्टाना उन्मूलन, कोकोड़ाईल नेस्टिंग पोईन्ट, बास्किंग एरिया, ग्रासलेण्ड डवलपमेन्ट आदि कार्य करवाये जाने प्रस्तावित हैं। बैठक में कमेटी सदस्यों सहित सहायक वन संरक्षक वन्यजीव सज्जनगढ़ कपिल राजपुरोहित एवं कंसलटेन्ट आर्किटेक्ट संजीव गुप्ते उपस्थित रहे।