उदयपुर। उदयपुर के उपनगर न्यू भूपालपुरा के अरिहंत भवन में विराजित आचार्य प्रवर ज्ञानचंद्र महाराज ने धर्म सभा में कहा कि यह किसकी दुआओं ने सिर पर हाथ रखा है, हजारों मुश्किलें हैं फिर भी थाम रखा है। घर की, परिवार की, व्यापार की परेशानियां पल-पल सर पर खड़ी है।
99 समाधान है, एक परेशानी सबको दरकिनार कर देती है।
आपकी कार बढ़िया है, उसमें इंजन आदि सब बढ़िया है, बस एक टायर में लीकेज है वह आपकी गाड़ी को खड़ा कर देगा। वैसे ही एक परेशानी सारी जिंदगी के काम रोक देती है। इसलिए 15 मिनट ही सही रोज परमात्मा का स्मरण कर लो।
वह सारी समस्याओं का समाधान करने वाला होगा। परमात्मा भी बहुत हैं, किस-किस का स्मरण करें।
आजकल हर काम का तरीका चेंज हो गया है। घर बैठे हर चीज मिल रही है। ऑनलाइन घर बैठे सब सामान आ रहा है। सारा कंट्रोल आपके हाथ में है। वैसे परमात्मा को दिल में बिठा सकते हो। वह कैसे? जैसे गणेश जी ने ब्रह्माण्ड का चक्कर नहीं लगाया, ब्रह्म का चक्कर लगाया और कंट्रोल हाथ में आ गया। वैसे ही हम दुनिया को बदलने की कोशिश नहीं करें, अपने को बदलें। सब काम हो जाएंगे, सारे समाधान हो जाएंगे ।
क्या हमने किसी को सहयोग दिया है? हम सहयोग ले नहीं, सहयोग करें। दूसरों का करोगे तो खुद का हित स्वतः हो जाएगा। बिना मेहनत का खाओगे तो मन खराब हो जाएगा।
शास्त्रों में आया है- खाओ भी और खिलाओ भी। सहयोग देने वाले के यहां कोई परेशानी नहीं है।
धर्म प्रभावना-आज की तपस्या में उपवास जयप्रकाश नंदावत, बेला हेमंत भंडारी, तेला श्यामसुंदर बडाला, चौला श्याम सुंदर जी छाजेड़ का रहा।