परिवार में परंपरा बन रहा है नेत्रदान

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Published on : 09 Jul, 25 05:07

बूंदी शहर में नेत्रदान के प्रति आम जन में जागरूकता बढ़ती जा रही है ।

परिवार में परंपरा बन रहा है नेत्रदान

सोमवार दोपहर को लखोटियों की गली, धाबाईयों का चौक,बूंदी निवासी भगवान लाठी का आकस्मिक निधन हुआ । विनम्र स्वभाव, सदाचारी और धर्म कर्म में आस्था रखने वाले भगवान ने न सिर्फ अपना नाम सार्थक किया, बल्कि अपना जन्म भी नेत्रदान के माध्यम से सफल बनाया ।

भगवान लाठी शहर के कई सामाजिक संगठनों में सक्रिय थे, परिवार में आयी विपरित परिस्थितियों का उन्होंने दृढ़ता और आत्म बल से मुकाबला किया।

संस्था के ज्योति मित्र संजय लाठी ने बताया कि भगवान लाठी के निधन होने पर उनकी पत्नी रमा,बेटे प्रशांत और गौरव ने तुरंत ही ने नेत्रदान के लिए सहमति दे दी ।

सहमति प्राप्त होते ही, कोटा से शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम बूंदी के लिए रवाना हुई और निवास स्थान पर ही नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई ।

ज्ञात हो कि, काफी समय पहले इनके बड़े भाई स्व० गणेश दत्त लाठी का भी  नेत्रदान परिवार की ओर से संपन्न कराया गया था ।
ईबीएसआर के बीबीजे चैप्टर कोऑर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि,बूंदी जिले में अभी तक 76 दिवंगतो के नेत्रदान शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से प्राप्त हुए हैं ।


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