श्रीनगर में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन सचिवों की बैठक

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Published on : 08 Jul, 25 05:07

श्रीनगर में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन सचिवों की बैठक

*केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के  विजन के अनुरूप ‘एक राष्ट्र, एक वैश्विक गंतव्य’ बनाने का सपना होगा साकार : गजेन्द्र सिंह शेखावत*

 

*पर्यटन को ‘आत्मनिर्भर भारत’ का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए राज्यों का निरंतर सहयोग अनिवार्य : गजेन्द्र सिंह शेखावत*

-नीति गोपेन्द्र भट्ट -

नई दिल्ली : केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पर्यटन को ‘आत्मनिर्भर भारत’ का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए राज्यों का निरंतर सहयोग अनिवार्य बताया है। उन्होंने  कहा कि तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप ‘एक राष्ट्र, एक वैश्विक गंतव्य’ बनाने का सपना साकार होगा। 

 

सोमवार को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पर्यटन सचिवों की बैठक में शेखावत ने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि केंद्र और राज्यों के बीच निरंतर संवाद स्थापित किया जाए। शेखावत ने देश की सांस्कृतिक विविधता को वैश्विक मंच पर स्थापित करने और हर राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानकों पर विकसित करने के लिए ठोस समन्वित स्ट्रेटेजी अपनाने पर भी विशेष जोर दिया। 

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत @2047 ” के संकल्प को सिद्ध करने के लिए देश के प्रत्येक कोने में पर्यटन को रोजगार, विकास और हमारी सांस्कृतिक पहचान का सेतु बनाने की दिशा में अभूतपूर्व और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं, जिसका हर जगह असर देखने को मिल रहा है।

 

शेखावत ने कहा कि पर्यटन केवल स्थलों का भ्रमण नहीं है, बल्कि यह रोजगार सृजन, स्थानीय विकास, सांस्कृतिक समृद्धि और राष्ट्र की आत्मनिर्भरता का सशक्त माध्यम है। लिहाजा, तभी हर राज्य और हर क्षेत्र की साझी भागीदारी से ही भारत पर्यटन के क्षेत्र में विश्व में अपनी श्रेष्ठता और सांस्कृतिक नेतृत्व को स्थापित कर पाएगा।

 

*भारत बनेगा वैश्विक पर्यटन महाशक्ति*

 

केंद्रीय मंत्री कहा कि भारत सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट में पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यटन को स्थानीय विकास, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और आर्थिक समावेशिता से जोड़ते हुए कई ऐतिहासिक योजनाएं लागू की गई हैं। ‘देखो अपना देश’ अभियान के तहत शुरू की गई स्वदेश दर्शन योजना और इसके उन्नत संस्करण स्वदेश दर्शन 2.0 के माध्यम से अब तक 7,100 करोड़ से अधिक की 128 परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं।

 

*धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा*

 

शेखावत ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रसाद योजना के अंतर्गत 1,726 करोड़ से अधिक की 54 परियोजनाएं चलाई गई हैं। वहीं, जनजातीय समुदायों को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री जनजातीय भारत जागरण अभियान के तहत 1,000 जनजातीय होम स्टे विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 के बजट में देश के शीर्ष 50 पर्यटन स्थलों को ‘चैलेंज मोड’ में विकसित करने की घोषणा की गई है, जो हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट लॉजिस्टिक्स के तहत विश्व स्तरीय स्वरूप में ढाले जाएंगे।


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